रायपुर: आज NSUI ने प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल के नेतृत्व में कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि आगामी 1 नवंबर, राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य गीत ‘आरपा पैरी के धार’ को छत्तीसगढ़ की अस्मिता और गौरव का प्रतीक मानते हुए इसे सभी सरकारी कार्यक्रमों, स्कूलों, सार्वजनिक स्थलों और रेलवे स्टेशनों में अनिवार्य रूप से बजाया जाए।

राज्य गीत छत्तीसगढ़ की आत्मा: हेमंत पाल

NSUI प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल ने कहा कि “राज्य गीत केवल एक गाना नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की आत्मा और पहचान है।” उन्होंने कहा कि इस गीत के माध्यम से प्रदेश की मिट्टी, संस्कृति और जीवन दर्शन झलकता है। इसलिए इसे हर सार्वजनिक मंच पर स्थान मिलना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियां अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ी रहें।

सरकार ने नहीं लिया फैसला तो होगा सांकेतिक विरोध

हेमंत पाल ने चेतावनी दी कि यदि राज्य सरकार ने इस मांग पर जल्द निर्णय नहीं लिया, तो NSUI कार्यकर्ता रायपुर रेलवे स्टेशन पर रिक्शा चलाकर लाउडस्पीकर में ‘आरपा पैरी के धार’ गीत बजाएंगे। यह सांकेतिक विरोध छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक अस्मिता को सम्मान दिलाने की दिशा में होगा।

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