पटना। एनडीए का कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से आपसी एकजुटता पर खास तौर पर फोकस किया जा रहा। सुबह 11 बजे से दो बजे तक होने वाले इस सम्मेलन में एनडीए के सभी पांच दल क्रमश: भाजपा, जदयू , लोजपा (आर), रालोमो व हम के नेता को संबोधन के लिए आधे-आधे घंटे का समय दिया जाता है। स्थानीय स्तर के एक-दो नेता का भी संबोधन होता है। कार्यकर्ताओं के साथ भोजन भी इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

जिस विधानसभा क्षेत्र में एनडीए का कार्यकर्ता सम्मेलन होता है उसके स्थान का चयन स्थानीय स्तर के नेताओं द्वारा तय किया जाता है। दिलचस्प यह है कि सुबह 11 बजे से आरंभ होने वाले सम्मेलन के लिए सुबह नौ बजे से ही कार्यकर्ताओं का जुटान सुनिश्चित किया जाता है।एक जगह तो विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन 25-30 हजार लोग पहुंच गए थे। आम तौर पर चार से पांच हजार लोग इस आयोजन में जुट रहे।

भाजपा व जदयू के दो-दो नेता व अन्य तीन दलों के एक नेता रहते हैं मौजूद

एनडीए के विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा व जदयू के दो-दो नेता मौजूद रहते हैं। वहीं तीन अन्य घटक दल के एक-एक नेता की ड्यूटी इस सम्मेलन के लिए लगती है। भाषण सभी पांच दल के एक-एक नेताओं का ही होता है। इन नेताओं की ड्यूटी उनके दल की प्रदेश इकाई द्वारा लगायी जाती है। एनडीए के स्थानीय विधायक और पूर्व में प्रत्याशी रहे नेता की मौैजूदगी भी रहती है।

कार्यकर्ता सम्मेलन में यह नारा चल रहा कि 2025 में 225 और फिर से नीतीश। नेताओं को संबोधन में मुख्य रूप से नीतीश कुमार की नवघोषित योजनाओं की विशेष चर्चा रहती है। इसमें 125 यूनिट मुफ्त बिजली के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि में बढ़ोतरी मुख्य है।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!