

नारायणपुर: नारायणपुर पुलिस और आईटीबीपी ने ओरछा के भीतर माओवादियों के शीर्ष नेताओं के आश्रय स्थल ग्राम ईदवाया में नवीन सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प खोला। यह अबूझमाड़ क्षेत्र में वर्ष 2025 में स्थापित 10वां कैम्प है, जिसका उद्देश्य स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से सुरक्षा प्रदान करना और विकास कार्यों को अंदरूनी गांव तक पहुँचाना है।
नवीन कैम्प ईदवाया में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फॉइटर और आईटीबीपी की 29वीं, 38वीं, 44वीं, 45वीं वाहिनी की प्रमुख भूमिका रही। कैम्प के उद्घाटन के दौरान पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया ने आसपास के ग्रामवासियों से उनके कुशलक्षेम और समस्याओं की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बिजली, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग की, जिसे जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया गया।ग्रामीणों ने नक्सलियों द्वारा मारे गए अपने साथियों को याद करते हुए खुशी जताई कि अब पुलिस कैम्प खुलने से वे भयमुक्त जीवन जी सकेंगे। इस कैम्प के संचालन से नक्सल विरोधी अभियान और विकास कार्यों में तेजी आएगी।
नारायणपुर पुलिस के अनुसार, वर्ष 2024-25 में अबूझमाड़ क्षेत्र में 192 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जबकि सुरक्षा बलों ने 99 माओवादी को मार गिराने और 117 को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। नवीन कैम्पों की स्थापना के साथ ही क्षेत्र में सड़क, पुल, शिक्षा, स्वास्थ्य और मोबाइल नेटवर्क जैसी मूलभूत सुविधाओं का विस्तार भी सुनिश्चित किया जाएगा।इस अभियान से नारायणपुर के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा और विकास दोनों ही बढ़ेंगे, जिससे नक्सलवाद के उन्मूलन में मदद मिलेगी।






















