बिहार नई सरकार के गठन की तैयारियां तेज हो गई हैं और शपथ समारोह से पहले एनडीए के सहयोगी दलों के बीच मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर मंथन जारी है। सत्ता साझेदारी के इस नए अध्याय में सभी दल अपने-अपने हिस्से को मजबूत बनाना चाहते हैं, जिसको लेकर बातचीत का दौर लगातार चल रहा है। आज इस मुद्दे पर भाजपा की अहम बैठक पटना कार्यालय में आयोजित की जा रही है, जहां संभावित मंत्रिमंडल पर चर्चा होगी।

सूत्रों के अनुसार, जेडीयू गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है, जिसे लेकर एनडीए घटक दलों में खींचतान बढ़ गई है। यह मंत्रालय राज्य सरकार की शक्तिशाली विभागों में से एक माना जाता है, इसलिए पार्टियों के बीच सहमति बनना थोड़ा चुनौतीपूर्ण दिख रहा है। वहीं भाजपा विधानसभा अध्यक्ष का पद अपने पास रखने के लिए दृढ़ है और इस पर भी बातचीत का दौर जारी है।

एनडीए की अंदरूनी राजनीति के बीच यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि शाम तक विभागों के बंटवारे पर अंतिम सहमति बन सकती है। गठबंधन की कोशिश है कि शपथ समारोह से पहले सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया जाए, ताकि नई सरकार सुचारू रूप से काम शुरू कर सके।

राजनीतिक हलकों में इस बात को लेकर उत्सुकता बनी हुई है कि नई सरकार में किस दल को कौन-सा मंत्रालय मिलेगा और गठबंधन के भीतर शक्ति संतुलन कैसे स्थापित होगा। बिहार नई सरकार के आने के साथ ही राजनीतिक समीकरण एक बार फिर तेजी से बदलते नजर आ रहे हैं, और आज होने वाली बैठक से तस्वीर काफी हद तक साफ हो सकती है।

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