अंबिकापुर/लखनपुर( प्रिंस सोनी): सरगुजा जिले के लखनपुर स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) का भवन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। तकरीबन 7-8 वर्ष पूर्व लाखों रुपये की लागत से बना यह भवन अब जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है, जहां दरारें दीवारों में साफ दिखाई दे रही हैं और छत से बरसात के पानी का रिसाव हो रहा है।इस बदहाल भवन में वर्तमान में नवीन कॉलेज संचालित हो रहा है, जहां छात्र-छात्राएं जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे हैं। न तो भवन की मरम्मत हो रही है और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। छात्रों और स्थानीय जनों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि आखिर कब तक उन्हें इस गिरते भवन में शिक्षा ग्रहण करनी पड़ेगी?

भवन की खस्ता हालत यह बताने के लिए काफी है कि निर्माण के समय गुणवत्ता को लेकर भारी लापरवाही बरती गई। बरसात में जगह-जगह से पानी टपकता है, जिससे फर्श फिसलन भरा हो जाता है। दीवारों में फैली दरारें और छत से टूटकर गिरते प्लास्टर हादसे को न्योता दे रहे हैं। भवन में लगे पंखे, दरवाजे, खिड़कियां और शटर कबाड़ में तब्दील हो चुके हैं।

जानकारी के अनुसार, नवीन कॉलेज का अलग भवन निर्माण प्रस्तावित है, लेकिन वह कब तक बनेगा, इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं है। कहावत “कब नौ मन घी होगी और राधा नाचेगी” यहां चरितार्थ हो रही है। तब तक छात्रों को इसी भवन में पढ़ाई करनी है, जो हर पल खतरे से खाली नहीं।कॉलेज के कुछ छात्रों और कर्मचारियों ने भवन की स्थिति को लेकर शासन और प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है। उनका कहना है कि यदि जल्द मरम्मत या वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।लाखों की सरकारी राशि से बने इस भवन की यह दशा न केवल जिम्मेदारों की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना की चेतावनी भी है। अब देखना यह है कि शासन-प्रशासन कब जागता है।

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