
सूरजपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदेशभर के 16,000 से अधिक संविदा कर्मियों ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत की है। इसी क्रम में सूरजपुर जिले में भी एनएचएम कर्मचारियों ने प्रेमनगर विधायक को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
कर्मचारियों ने वर्षों से लंबित मांगों के निराकरण की मांग करते हुए सरकार को चेताया कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो राज्यभर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। संघ की प्रमुख मांगों में नियमितीकरण, 27% वेतनवृद्धि, ग्रेड-पे निर्धारण, स्थानांतरण नीति, सेवा शर्तों में संशोधन, अन्य विभागों के समकक्ष सुविधाएं, मातृत्व-पितृत्व अवकाश, वार्षिक वेतनवृद्धि और चिकित्सा भत्ते शामिल हैं।
संघ की ओर से आंदोलन की रूपरेखा भी जारी की गई है। 10 जुलाई को विधायकों को ज्ञापन सौंपा गया, 11 को भाजपा जिलाध्यक्षों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 12 से 16 जुलाई तक कर्मचारी काली पट्टी लगाकर विरोध करेंगे और 17 जुलाई को रायपुर में विधानसभा घेराव किया जाएगा।
संघ के जिलाध्यक्ष बृजलाल पटेल ने बताया यदि सरकार शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है, तो स्वास्थ्य सेवाओं पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस ज्ञापन सौंपने वालों में बृजलाल पटेल, तोपान सिंह दायमा, संदीप नामदेव, समयलाल साहू , कुलदीप सिंह समेत बड़ी संख्या में एनएचएम कर्मचारी मौजूद रहे।

