कोरबा। जिले के शिक्षा विभाग में निःशुल्क शिक्षा अधिकार (RTE) योजना के नाम पर 11.36 लाख रुपये के घोटाले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। तुलसीनगर स्थित गौरव युवा मंडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ने उन बच्चों के नाम पर दाखिले दिखाए जो या तो वर्षों पहले पढ़ाई पूरी कर चुके थे या स्कूल में कभी पढ़े ही नहीं।

कोरबा के तुलसीनगर स्थित गौरव युवा मंडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पर फर्जी छात्रों के नाम पर आरटीई (निःशुल्क शिक्षा योजना) की राशि हड़पने का आरोप लगा है। जांच में पता चला कि स्कूल ने वर्ष 2022-23 और 2023-24 में 129 बच्चों के नाम भेजे थे। इनमें से 56 नाम फर्जी पाए गए। जिन छात्रों के नाम पर राशि निकाली गई, वे 2011-2017 के बीच ही 12वीं पास कर चुके थे। इससे सरकार को 11.36 लाख रुपये का नुकसान हुआ।

जांच के बाद जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने स्कूल प्रबंधन पर शिकंजा कसते हुए पूरी रकम वसूलने के आदेश जारी कर दिए हैं। एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी शुरू हो गई है। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए रिकवरी के आदेश जारी कर दिए हैं। एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
सूत्रों के मुताबिक, फर्जीवाड़ा साबित होने के बावजूद विद्यालय की मान्यता रद्द नहीं की गई है। प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई में जानबूझकर देरी की जा रही है और कहा जा रहा है कि स्कूल प्रबंधन को अवसर देकर मामले को खींचा जा रहा है।

कोरबा ज़िले में सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठते रहे हैं, चाहे ज़मीन की रजिस्ट्री की प्रक्रिया हो या शिक्षा योजनाओं का क्रियान्वयन। दोनों ही मामलों में जनता और सरकार को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अब देखना यह है कि कार्रवाई कितनी पारदर्शी और प्रभावी होती है।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!