अंबिकापुर: सरगुजा जिले में साइबर ठगी का बड़ा खुलासा हुआ है। थाना कोतवाली पुलिस ने फर्जी सिम और म्यूल अकाउंट के जरिए लाखों रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने महज 2000 रुपये प्रति खाते के कमीशन के लालच में अपना खाता साइबर अपराधियों को उपलब्ध कराया था। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।

ऐसे हुआ खुलासा

भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र द्वारा जारी सूची में सामने आए फर्जी मोबाइल नंबरों और म्यूल अकाउंट की जांच में यह मामला प्रकाश में आया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू की। पीड़ितों के कथन दर्ज करने के बाद पाया गया कि आरोपियों ने 2024 में लोगों से पहचान पत्र, पैन कार्ड व फोटो लेकर खाते खुलवाए और पासबुक, एटीएम व चेकबुक अपने पास रख लिए। बाद में इन्हीं खातों का इस्तेमाल कर लाखों की ठगी की गई।

पहले भी हो चुकी गिरफ्तारियां

इस मामले में पुलिस पहले ही तीन आरोपियों  रवि कश्यप, अमलेश्वर वैष्णव और गौतम सिंह  को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अब ताजा कार्रवाई में आरोपी विनय प्रजापति (30), निवासी पलगड़ी महादेव पारा थाना दरिमा  को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने अपने नाम से तीन सिम निकलवाकर तीन बैंक खातों में खाता खुलवाया और पासबुक, एटीएम व चेकबुक अमलेश्वर वैष्णव को सौंप दिए। इसके एवज में उसे 6000 रुपये मिले।

2 लाख से ज्यादा का हुआ फ्रॉड

पुलिस जांच में सामने आया कि विनय प्रजापति के बैंक खातों से विभिन्न राज्यों में 204070 रुपये की ठगी की गई है। आरोपी का सीधा इस्तेमाल साइबर अपराधियों ने “म्यूल अकाउंट” के रूप में किया। फिलहाल मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।

इस कार्रवाई में उप निरीक्षक सम्पत पोटाई, एएसआई विजय गुप्ता, साइबर सेल प्रभारी अजीत मिश्रा, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, आरक्षक वीरेंद्र पैकरा सहित कई अन्य पुलिसकर्मी शामिल हे।

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