गौरेला पेंड्रा मरवाही: गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए संबल बन रही है। गौरेला विकासखंड की ग्राम पंचायत तेन्दुमूड़ा की रहने वाली कमला को इस योजना से न केवल आर्थिक मदद मिली, बल्कि गर्भावस्था के दौरान सही समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं और पोषण भी उपलब्ध हुआ। कमला की शादी रमेश कुमार से हुई थी। जब वह गर्भवती हुईं तब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने उन्हें इस योजना की जानकारी दी। योजना के तहत पंजीयन कराने के बाद कमला की नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच की गई, जिसमें उसका वजन, ऊंचाई और हीमोग्लोबिन टेस्ट शामिल था। साथ ही हर महीने दो बार रेडी-टू-ईट पोषण आहार भी प्रदान किया गया।
       

कमला ने योजना के तहत टीकाकरण करवाया और पहली किस्त के रूप में तीन हजार रुपए की राशि प्राप्त किए, जिसे उन्होंने दवाइयों, फल और पोषण आहार पर खर्च किया। प्रसव के बाद संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने के लिए और शिशु के टीकाकरण के उपरांत योजना की दूसरी किस्त के रूप में दो हजार रुपए और मिले। इस तरह कुल 5 हजार रुपए की सहायता राशि से कमला ने खुद और अपने नवजात शिशु की बेहतर देखभाल की। कमला ने प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “इस योजना से मुझे न केवल आर्थिक मदद मिली, बल्कि सही समय पर जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी मिल पाईं। मेरी इच्छा है कि यह योजना हर जरूरतमंद महिला तक पहुँचे।” प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, जो वर्ष 2017 में शुरू की गई थी, आज देशभर में लाखों महिलाओं को लाभ पहुँचा रही है। यह योजना न केवल माताओं को आर्थिक सहायता देती है, बल्कि मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने की दिशा में भी एक मजबूत कदम साबित हो रही है।

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