जशपुर: जिले में साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने और डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के उद्देश्य से ClickSafe अभियान की शुरुआत 3 दिसंबर 2024 को जिले के कलेक्टर  रोहित व्यास एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  शशि मोहन सिंह द्वारा की गई थी। इसके साथ ही 3 से 5 दिसंबर 2024 तक प्रथम चरण का प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जिसमें 130 स्वयंसेवकों और 70 पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों ने भाग लिया था।

द्वितीय चरण में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ जिले के कलेक्टर रोहित व्यास व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह द्वारा की गई जो 14 अप्रैल से 16 अप्रैल 2025 तक आयोजित था। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस में जिले से 98 स्वयंसेवक सम्मिलित रहे, जिन्हें YLAC की संस्था से उपस्थित मास्टर ट्रेनर शुभ्रा व इशिता द्वारा प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के द्वितीय और तृतीय चरण विशेष रूप से पुलिस अधि./कर्मचारियों के लिए आयोजित की गई जिले से कुल 43 पुलिस अधि./कर्मचारी शामिल रहे।प्रशिक्षण में उपस्थित प्रतिभागियों को आधुनिक साइबर अपराधों की प्रकृति, उनसे निपटने के उपाय, डिजिटल सुरक्षा तकनीकें, और साइबर पीड़ितों से संवाद की संवेदनशीलता जैसे विषयों पर व्यावहारिक जानकारी दी गई। यह प्रशिक्षण उन्हें भविष्य में साइबर अपराधों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सक्षम बनाएगा। प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस में यूनिसेफ राज्य बाल संरक्षण विशेषज्ञ चेतना देसाई भी मार्गदर्शिका के रूप में सम्मिलित रहे,

समापन समारोह में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशशि मोहन सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि जिले की 40 पंचायतों में “साइबर योद्धा” तैयार किए गए हैं, जो सरपंचों, सचिवों एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर समुदाय स्तर पर साइबर सुरक्षा जागरूकता का प्रसार करेंगे।इस अवसर पर जिले के यूनिसेफ के जिला समन्वयक  तेजराम सारथी, साइबर सेल से स.उ.नि. हरिषंकर राम, यूनिसेफ ब्लाॅक समन्वयक शालिनी गुप्ता, जय हो कार्यक्रम के जिला लीडर  गुरुदेव प्रसाद सहित पुलिसकर्मी व स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए तथा मास्टर ट्रेनरों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम जिले में साइबर सुरक्षा की दिशा में एक सशक्त पहल साबित हुआ, जिसने पुलिस और समुदाय को एकजुट होकर डिजिटल खतरों से निपटने की प्रेरणा दी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  शशि मोहन सिंह के द्वारा बताया गया कि – “दो चरण की ट्रेनिंग के पश्चात् अब सायबर योद्धा और पुलिस अधिकारी मिलकर अब ग्राम पंचायतों में जाकर चौपाल करेंगें और सायबर फ्राड से लोगों को सचेत करेंगें।

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