

प्रिंस सोनी, लखनपुर।लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। यहां डॉक्टर, ड्रेसर और अन्य स्टाफ की भारी कमी के चलते गंभीर मरीजों का इलाज सफाईकर्मियों और वार्डबॉय के भरोसे हो रहा है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि सड़क दुर्घटना में घायल बच्चों का प्राथमिक उपचार भी सफाईकर्मी द्वारा किया गया।

आपको बता दें लखनपुर थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर स्कूली बच्चों के साथ सड़क दुर्घटनाएं हुईं। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायल बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन वहां न तो डॉक्टर मौजूद थे और न ही ड्रेसर। मजबूरी में सफाईकर्मी भोलू ने बच्चों की ड्रेसिंग की और प्राथमिक इलाज किया। इनमें से एक बच्चे को सिर में गंभीर चोट लगी थी।

घायल बच्चों के परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में डॉक्टरों की अनुपस्थिति के चलते उन्हें निजी क्लीनिक की शरण लेनी पड़ी। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह स्थिति नई नहीं है। अक्सर यहां गंभीर मरीजों का इलाज सफाईकर्मियों, चपरासियों और कभी-कभी नर्सों के भरोसे चलता है, जो मरीजों की जान के साथ खुला खिलवाड़ है।
क्षेत्रवासियों और जनप्रतिनिधियों ने कई बार स्वास्थ्य केंद्र की दुर्दशा को लेकर शिकायतें और ज्ञापन सौंपे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। स्वास्थ्य सेवाओं की यह बदहाल स्थिति जनस्वास्थ्य के लिए खतरे का संकेत बन चुकी है।
बीएमओ लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओ .पी .प्रसाद से इस संबंध में चर्चा करने पर उनके द्वारा बताया गया कि डॉक्टर वह स्टाफ पर कमी कारण ऐसी स्थिति बनी हुई है डॉक्टर स्टाफ के लिए जनप्रतिनिधि को अवगत कराया गया है जल्द ही डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को दूर किया जाएगा ।






















