अंबिकापुर: सरगुजा जिले में साइबर अपराध के एक गंभीर मामले का खुलासा करते हुए कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने फर्जी तरीके से म्यूल अकाउंट खुलवाकर उसे साइबर ठगों को सौंप दिया था। इस खाते के माध्यम से 22 लाख रुपये से अधिक की रकम का लेन-देन किया गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी अंशु गुप्ता ने 26 जुलाई को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके रिश्तेदार अनीश केशरी ने प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि दिलाने के नाम पर झांसा देकर उसके नाम से बैंक खाता खुलवाया और पासबुक, एटीएम कार्ड, चेकबुक व लिंक्ड मोबाइल सिम लेकर चला गया। कई बार मांगने के बाद भी दस्तावेज वापस नहीं किए गए।जांच में सामने आया कि इस खाते के जरिए देश के विभिन्न हिस्सों से कुल 22 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है, जिसकी जानकारी प्रार्थी को नहीं थी। पुलिस ने आरोपी अनीश केशरी (उम्र 32 वर्ष, निवासी जोड़ा पीपल, केदारपुर, अंबिकापुर) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने कबूला कि उसने यह खाता महज 2000 में साइबर ठगों को सौंप दिया था। इसके अलावा उसने अपने दुकान में काम करने वाले एक अन्य युवक का भी खाता खुलवाकर उपलब्ध कराया था।कोतवाली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 319(2) बीएनएस के तहत अपराध क्रमांक 520/25 में मामला दर्ज कर लिया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश जारी है।

इस पूरे मामले की विवेचना में उप निरीक्षक सम्पत पोटाई, सहायक उप निरीक्षक विजय गुप्ता, साइबर सेल से एएसआई अजीत मिश्रा, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, आरक्षक अनुज जायसवाल और रमेश राजवाड़े की अहम भूमिका रही।

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