अंबिकापुर: स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड में एक चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां लोनधारी को ‘मृत’ दिखाकर न सिर्फ 72,000 का लोन माफ कराया गया, बल्कि बीमा की 18,000 की रकम भी निकाल कर ठगी ली गई। इस जालसाजी के मामले में धौरपुर पुलिस ने तीसरे आरोपी को झारखंड से गिरफ्तार किया है।इस ठगी को अंजाम देने के लिए आरोपी ने केवल 1000 में एक फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और उसे मोबाइल से एडिट कर ब्रांच कर्मचारियों को भेजा।इस मामले में पुलिस ने पूर्व में स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंस प्रा. लि. के ब्रांच मैनेजर सुरेश खांडे और कर्मचारी संजय साहू को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

जानकारी के अनुसार धनीराम, निवासी जोरी (धौरपुर) ने 29 सितंबर 2024 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी पत्नी लालो बाई ने 2021 में शंकरगढ़ स्थित स्पंदना फाइनेंस शाखा से 72,000 का लोन लिया था, जिसे वह समय पर चुका रहा था।इसी दौरान फाइनेंस कंपनी के ब्रांच मैनेजर व कर्मचारी ने मिलकर धनीराम की फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कराया और लोन को मृत घोषित कर बंद करवा दिया। इसके बाद बीमा क्लेम से मिली 18,000 की राशि को लालो बाई से झांसा देकर निकलवाया और खुद ले लिया।

पुलिस जांच में सामने आया कि उक्त फर्जी प्रमाण पत्र झारखंड के कंचन विश्वकर्मा  से 1,000 में बनवाया गया था। आरोपी ने मोबाइल फोन से एडिट कर प्रमाण पत्र तैयार किया था। फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी इसी प्रमाण पत्र के जरिए लोन बंद करवा कर क्लेम की राशि निकालने में सफल हुए।गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे आरोपी कंचन विश्वकर्मा को पुलिस ने तकनीकी सहायता से ट्रेस कर पकड़ा। पूछताछ में उसने जुर्म कबूलते हुए बताया कि उसने ही मोबाइल से प्रमाण पत्र तैयार कर फाइनेंस कर्मचारियों को दिया था। पुलिस ने उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन जब्त किया है।धारा 318(3), 336(2), 338, 340(1), 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।

थाना प्रभारी उप निरीक्षक अश्वनी दीवान, आरक्षक पंकज देवांगन, मुरलीधर यादव एवं सुशील मिंज ने कार्रवाई में शामिल रहे।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!