जशपुर: जशपुर जिले में दिल दहला देने वाली तिहरे हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने 48 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। इस जघन्य वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को पुलिस ने झारखंड की राजधानी रांची से गिरफ्तार कर लिया है। प्रेम संबंध और चरित्र पर शंका के चलते आरोपी ने पहले प्रेमिका की बेल्ट से गला घोंटकर हत्या की, फिर उसके दो मासूम बच्चों को भी मौत के घाट उतार दिया। शवों को नदी किनारे रेत में दफन कर वह फरार हो गया था।

जानकारी के अनुसार घटना 23 जून को उस वक्त सामने आई जब तपकरा थाना क्षेत्र के साजबहार गांव में एक व्यक्ति के शराब के नशे में दिए गए बयान से पुलिस को सुराग मिला। आरोपी ने नशे में कहा था कि उसने महिला और दो बच्चों की हत्या कर उन्हें उतियाल नदी किनारे दफना दिया है। इस सूचना पर तपकरा पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और दो घंटे की खोजबीन के बाद नदी किनारे रेत हटाकर 6 वर्षीय बालक और 14 वर्षीय बच्ची का शव बरामद किया गया। कुछ ही दूरी पर झाड़ियों में 36 वर्षीय महिला का शव भी मिला। शवों की पहचान गांव की महिला सुभद्रा ठाकुर और उसके दो बच्चों के रूप में की गई।

दरअसल पुलिस जांच में सामने आया कि सुभद्रा ठाकुर का गांव के ही 36 वर्षीय युवक प्रमोद गिद्धी से प्रेम संबंध था। घटना के बाद से ही वह फरार था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) शशशि मोहन सिंह के निर्देश पर आरोपी की तलाश में पुलिस की पांच टीमें गठित की गईं। प्रमोद गिद्धी के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही थी। इसी बीच तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर एक टीम को रांची भेजा गया। आखिरकार वहां से आरोपी को पकड़ लिया गया।गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी ने गिरफ्तारी से पहले आत्मग्लानि में जहर खा लिया था। पुलिस ने तत्काल उसे जशपुर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज हुआ और अब उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूलते हुए बताया कि उसे प्रेमिका सुभद्रा ठाकुर के चरित्र पर शक था। इसी गुस्से में उसने बेल्ट से उसका गला घोंट दिया। फिर उसने दोनों बच्चों को भी एक-एक कर मौत के घाट उतार दिया और शवों को नदी किनारे रेत में दबा दिया।तपकरा थाना में आरोपी प्रमोद गिद्धी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) और 238 के तहत गंभीर अपराध दर्ज किया गया है।

एसएसपी  शशि मोहन सिंह द्वारा घटना के संबंध में बताया गया है किः- ” तिहरे हत्याकांड के आरोपी को पकड़ना पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी, 05 अलग-अलग पुलिस की टीम बनाकर संभावित ठिकानों पर दबिश जा रही थी, अंततः प्रत्याशा में रांची भेजी गई एक टीम द्वारा उसे गिरफ्तार कर लाया गया है, गिरफ्तारी में सम्मिलित पुलिस टीम को नगद ईनाम नाम से पुरस्कृत किया गया है।”

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