

बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले से एक परेशान करने वाली खबर सामने आ रही है, यहां पर जिला प्रशासन के द्वारा राज्य सरकार की आदेश पर डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य कराया गया है और आज इसका अंतिम दिन है, लगभग 95 फ़ीसदी किसानों का डिजिटल क्रॉफ सर्वे का काम हो चुका है लेकिन इसके बाद भी जब भुइया सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपने खेत के फसल की हुई गिरदावरी की जांच कर रहे हैं तो वहां निरंक दिखाई दे रहा है या नहीं किसानों के खेतों की गिरदावरी ऑनलाइन तरीके से ठीक नहीं हुआ है या फिर डिजिटल सर्वे फेल हो गया है ऐसे तमाम सवाल उठ रहे हैं तो दूसरी तरफ अधिकारियों का कहना है कि 14 अक्टूबर तक दावा आपत्ति कर सकते हैं यानी जिन किसानों के खेतों में लगे फसल की जानकारी डिजिटल सर्वे में अपडेट नहीं हुआ है उन्हें आने वाले दिनों में तहसील कार्यालय और पटवारी का चक्कर लगाना पड़ सकता है,
दूसरी तरफ राजपुर अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी देवेंद्र कुमार प्रधान का कहना है कि 2 अक्टूबर को ग्राम पंचायत में किसानों के फसल का किया गया गिरदावरी प्रस्तुत किया जाएगा और उसके बाद उस पर किसान दावा आपत्ति कर सकते हैं।
आपको बता दें कि हर साल पटवारी के माध्यम से प्रशासन धान खरीदी से पहले फसल की गिरदावरी करता था और फिर उसी आधार पर धान की खरीदी की जाती थी लेकिन इस साल सरकार ने डिजिटल क्रॉफ सर्वे कराया है और इसके लिए राजस्व विभाग ने ग्रामीण लड़कों के माध्यम से क्राफ सर्वे कराया है, इस सर्वे का उद्देश्य था कि प्रशासन को धान की खेती के रकबा का सही जानकारी मिल सके लेकिन फिलहाल डिजिटल सर्वे बलरामपुर जिले में फेल दिखाई दे रहा है क्योंकि किसानों को आने वाले दिनों में ऐसी स्थिति बने रहने के कारण सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाना पड़ सकता है जो सरकार की छवि पर भी असर डाल सकता है।






















