कोरबा। दीपिका कोयला खदान से सटे ग्राम आमगांव दर्रा खांचा के लोगों में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब शुक्रवार दोपहर लगभग 3 बजे खदान में हुई हैवी ब्लास्टिंग के बाद भारी पत्थर उड़कर गांव में आ गिरे। इन पत्थरों की चपेट में आकर कुछ घरों को नुकसान भी पहुंचा है। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, वरना बड़ा नुकसान हो सकता था।

ग्रामीण राजू राठौर पिता राम प्रसाद राठौर ने बताया कि ब्लास्टिंग के दौरान एक बड़ा पत्थर उनके घर के अंदर आ गिरा, जबकि परिवार के सदस्य दूसरे कमरे में मौजूद थे, जिससे वे बाल-बाल बच गए। ग्रामीणों के अनुसार, दीपिका खदान में इस तरह की हैवी ब्लास्टिंग अब रोजमर्रा का हिस्सा बन गई है। आमतौर पर लोग ब्लास्टिंग के समय घरों से बाहर चले जाते हैं, लेकिन शुक्रवार को अचानक हुई ब्लास्टिंग के कारण परिवार घर के अंदर ही था।

घटना की सूचना तत्काल एसईसीएल दीपका प्रबंधन को दी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि ब्लास्टिंग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पत्थर काफी दूर तक उड़े और कई घरों की छतों को नुकसान पहुंचा। इसके अलावा गांव से महज 20 मीटर की दूरी पर खदान का दायरा बढ़ता जा रहा है, जिससे खतरा और भी बढ़ गया है।

दीपिका प्रबंधन ने गांव के अधिकांश प्रभावितों को मुआवजा दे दिया है, लेकिन अभी भी कई लोग ऐसे हैं जिन्हें न तो मुआवजा मिला है और न ही पुनर्वास की व्यवस्था की गई है। यही कारण है कि गांव के कई परिवार आज भी खतरे के साए में रह रहे हैं।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!