बालोद। बालोद लापरवाही खबर के तहत एक गंभीर प्रशासनिक चूक सामने आई है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने ऐसे उप अभियंता का ट्रांसफर आदेश जारी कर दिया, जिनका निधन दो महीने पहले ही हो चुका था। इस घटना ने विभाग की कार्यप्रणाली और जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

मामला दल्लीराजहरा नगर पालिका के उप अभियंता योगानंद सोम से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार, विभाग ने हाल ही में उन्हें दल्लीराजहरा से नगर पंचायत तुमगांव ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया। लेकिन जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि योगानंद सोम का निधन दो महीने पहले ही हो चुका था। बावजूद इसके, विभाग की ओर से उनका नाम ट्रांसफर सूची में शामिल कर दिया गया।

यह मामला उजागर होते ही न केवल प्रशासनिक गलती सामने आई बल्कि विभागीय सतर्कता और रिकॉर्ड प्रबंधन पर भी सवाल उठे। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कर्मचारियों के अद्यतन रिकॉर्ड समय पर मेंटेन किए जाते, तो इस तरह की शर्मनाक गलती से बचा जा सकता था।

हालांकि लापरवाही सामने आने के बाद विभाग हरकत में आया और ट्रांसफर आदेश को संशोधित कर दिया गया। लेकिन यह घटना इस बात का सबूत है कि विभागीय कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और सतर्कता की कितनी कमी है।

स्थानीय लोगों और कर्मचारियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं न केवल प्रशासन की छवि खराब करती हैं, बल्कि शासन व्यवस्था पर लोगों का भरोसा भी कमजोर करती हैं। फिलहाल सभी की नजरें इस पर हैं कि विभाग इस गलती से सबक लेकर भविष्य में ऐसी चूक रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।

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