नई दिल्ली: दिवाली और छठ के मौके पर डाक कर्मचारियों के चेहरे खिल उठेंगे। भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024–25 के लिए उत्पादकता से जुड़ा बोनस (PLB) को मंजूरी दे दी है। इस घोषणा के अनुसार, योग्य डाक कर्मचारी 60 दिनों के वेतन के बराबर बोनस पाएंगे। यह निर्णय राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद डाक विभाग द्वारा लिया गया है और यह कर्मचारियों के उत्साह और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

कौन-कौन से कर्मचारी होंगे इस बोनस के हकदार?

PLB का लाभ सभी योग्य डाक कर्मचारियों को मिलेगा। इनमें शामिल हैं-

MTS (मल्टी-टास्किंग स्टाफ)

ग्रुप ‘C’ कर्मचारी जैसे पोस्टल असिस्टेंट, सॉर्टिंग असिस्टेंट, डाक बिलकर्मी और मेल गार्ड
नॉन-गजेटेड ग्रुप ‘B’ कर्मचारी जैसे निरीक्षक, सहायक अधीक्षक और ऑफिस अधीक्षक
साथ ही, ग्रामीण डाक सेवक (GDS) को अलग से एक्स-ग्रेशिया बोनस दिया जाएगा। वहीं, फुल-टाइम और टेम्परेरी वर्कर्स को हाफ-टाइम बोनस के रूप में भुगतान किया जाएगा।

बोनस की गणना का तरीका

नियमित कर्मचारियों के लिए प्रोडक्टिविटी बोनस की गणना इस प्रकार होगी:

प्रोडक्टिविटी बोनस = औसत वेतन x बोनस के दिन / 30.4 (महीने के औसत दिनों के हिसाब से)
इसमें बेसिक पे, महंगाई भत्ता, विशेष भत्ता, ड्यूटी भत्ता और ट्रेनिंग भत्ते को शामिल किया जाएगा।

ग्रामीण डाक सेवकों को उनका बोनस उनके TRCA (समय संबंधी भत्ता) और महंगाई भत्ते के आधार पर मिलेगा। जिन हाफ-टाइम कर्मचारियों को बोनस मिलेगा, उनके लिए रोजाना कम से कम 8 घंटे काम करना और लगातार तीन साल की सेवा जरूरी है। यह बोनस डाक कर्मचारियों के लिए आर्थिक सुरक्षा और उत्साह बढ़ाने वाला है, खासकर दिवाली जैसे त्योहारों पर। इस बोनस से उनकी आय बढ़ेगी और त्योहार की खुशियां भी और बढ़ जाएंगी।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!