MP News: इंदौर और धार जिलों के बीच ट्रेन को लेकर हो रहा इंतजार अब खत्म होगा. आदिवासी बहुल धार जिले में अब पहली बार ट्रेन दौड़ती दिखाई देगी. रेल अधिकारियों का कहना है कि इंदौर-दाहोद नई ब्रॉड-गेज रेल लाइन परियोजना(Indore–Dahod new broad‑gauge rail line project) के तहत इंदौर से धार तक मार्च 2026 तक ट्रेन शुरू होने की संभावना है. रेल अधिकारियों का दावा है कि अगर सबकुछ सही रहा तो आदिवासी बहुल धार जिलो को पहली बार रेल सर्विस मिलेगी, जिससे क्षेत्र के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मिलेगा.

ढाई दशक से भी ज्यादा लंबा इंतजार खत्म होगा

यह रेल परियोजना 2008 में स्वीकृत हुई थी, जबकि निर्माण कार्य 2013 में शुरू हुआ. कुल मिलाकर लाइन की लंबाई 204.76 किमी है. अब तक इंदौर से टीही (21 किमी) और दाहोद से कटवारा (11.30 किमी) खंड पूरी तरह बनकर तैयार हो चुके हैं. कुल 32.30 किमी का काम हो चुका है. ट्रेन का संचालन शुरू होते ही क्षेत्र के लोगों का ढाई दशक से भी लंबा इंतजार खत्म होगा.

1873 करोड़ के प्रोजेक्ट का लोगों को मिलेगा फायदा

इस नई रेल कड़ी के बनने से इंदौर और वड़ोदरा के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा, जिससे यात्रा करने में समय कम लगेगा. अभी वड़ोदरा आने-जाने के लिए रतलाम आते हैं, लेकिन नया रूट इसे सीधे जोड़ेगा. इस परियोजना की कुल लागत लगभग ₹1873 करोड़ आंकी जा रही है.

रेलवे स्टेशन और रेलवे सुविधाओं के अभाव वाले आदिवासी और पिछड़े इलाकों जैसे धार, झाबुआ को पहली बार रेल सेवा से जोड़ा जाएगा. इससे ना सिर्फ लोगों को आवाजाही में आसानी मिलेगी, बल्कि मालभाड़ा (freight) भी सस्ता और आसान होगा, जिससे स्थानीय उद्योग और व्यापार को मजबूती मिलेगी. विशेषकर औद्योगिक क्षेत्र, जैसे पीथमपुर को भी फायदा मिलेगा. क्योंकि माल को सीधे मुंबई या बंदरगाहों तक भेजना आसान हो जाएगा.

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