नई दिल्ली। दो लाख करोड़ रुपये के फंड को मैनेज करने वाले एक्सिस म्युचुअल के पूर्व फंड मैनेजर वीरेन जोशी को मनी लॉड्रिंग के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया हैजोशी पर फंड मैनेजर रहने के दौरान 2018 से 2021 के बीच शेयर मार्केट में ट्रेडिंग से जुड़ी कंपनी की गुप्त जानकारी का दुरूपयोग कर 200 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करने का आरोप है।गिरफ्तारी से पहले ईडी ने शुक्रवार और शनिवार को दिल्ली, मुंबई, गुरुग्राम, लुधियाना, अहमदाबाद, भावनगर, भुज और कोलकाता में छापकर अहम दस्तावेज बरामद होने का दावा है।

इस मामले में जोशी को शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था और रविवार को अदालत ने उन्हें आठ अगस्त तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया है, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दो लाख करोड़ रुपये रूपये के म्युचुअल फंड का मैनेजर होने के कारण जोशी को पास कंपनी से जुड़ी काफी संवेदनशील जानकारी होती थी।

उन्होंने इसी जानकारी का दुरुपयोग कर मोटा मुनाफा कमाया। इसे तकनीकी भाषा में ‘फ्रंट रनिंग’ कहते हैं, जो अनैतिक और गैरकानूनी है। इसके लिए दुबई स्थित एक टर्मिनल के जरिये म्युल अकाउंट्स का इस्तेमाल किया गया। ये म्युल अकाउंट्स शेयर बाजार मं ट्रेंडिंग करने वाली कंपनियों और ब्रोकर्स ने दिये थे।

जाहिर है जोशी के साथ-साथ इन कंपनियों और ब्रोकर्स ने भी कमाई की। ईडी इन सभी की कमाई का पता लगाने में जुटी है। जाहिर है काली कमाई की रकम 200 करोड़ रुपये से ज्यादा भी हो सकती है। ईडी की जांच से पता चला कि म्युल एकाउंट्स के जरिये की गई कमाई का पैसा फर्जी कंपनियों और बैंक खातों के जरिये इधर-उधर घुमाया गया।

ये सभी खाते जोशी और उनके रिश्तेदारों के नाम पर थे। इन खातों में जमा 17.4 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिये गए हैं। ईडी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 2022 में सबसे पहले आयकर विभाग को इस घोटाले की भनक लगी और उसकी जांच के आधार पर मुंबई पुलिस ने भी एफआइआर दर्ज की। मुंबई पुलिस की एफआईआर को आधार बनाते हुए ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया।

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