
बलरामपुर/राजपुर।छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के किसान इन दिनों डीएपी खाद नहीं मिलने की वजह से परेशान हैं. संभाग के बलरामपुर जिले के किसान सबसे अधिक परेशान हो रहे हैं, क्योंकि यहां कई सहकारी समितियों में किसानों को अब तक डीएपी खाद नहीं मिला है. इसकी वजह से किसान धान की रोपाई तक नहीं कर पा रहे हैं. किसानों को कहना है कि अगर वह खेत में यूरिया के साथ डीएपी नहीं डालेंगे तो उत्पादन बेहद कम होगा और ऐसे में उन्होंने खेती करने के लिए बैंकों से लोन लेकर रखा हुआ है. सही उत्पादन नहीं होगा तो फिर बैंकों का लोन कैसे चुकता करेंगे, लेकिन दूसरी तरफ जिला प्रशासन और मार्कफेड सहित कृषि विभाग के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं.
बलरामपुर जिले में इन दिनों एक लाख हेक्टेयर से अधिक में धान की खेती होने वाली है. किसान धान की रोपाई करने वाले हैं और इसके लिए सैकड़ो मेट्रिक टन डीएपी की जरूरत है, लेकिन किसानों को जरूर के मुताबिक अभी 25% डीएपी खाद ही मिल पाया है. किसानों का कहना है कि अगर भी इस खाद की जगह पर दूसरे खाद का उपयोग करेंगे तो उत्पादन आधा से भी कम होगा. बलरामपुर जिला मक्के की खेती के लिए भी जाना जाता है किसान मक्के में भी डीएपी नहीं डाल पा रहे हैं ऐसे में मक्के का उत्पादन भी यहां बुरी तरीके से प्रभावित होने वाला है किसान सहकारी समितियों का लगातार चक्कर लगा रहे हैं लेकिन इसके बाद भी उन्हें समय पर डीएपी नहीं मिल पा रहा है.
राजपुर क्षेत्र के ग्राम रेवतपुर के किसान सुरेंद्र जायसवाल ने बताया कि इस साल डीएपी खाद किसानों को नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने धान की खेती की है लेकिन डीएपी के बिना खेती करने मजबूर हैं. समिति में जाने पर कहा जाता है खाद ही नहीं है. दूसरी तरफ निजी सेक्टर के खाद दुकानों में डीएपी ₹2000 बोरी में बेचा जा रहा है लेकिन डीएपी की इस तरीके से कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ भी कृषि विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं.
बलरामपुर जिले के राजपुर क्षेत्र के ग्राम धंधापुर स्थित सहकारी समिति में पिछले 15 दिनों से डीएपी खाद नहीं है और किस यहां से हर रोज वापस लौट रहे हैं. सरकारी समिति के कर्मचारी भी किसानों को हर रोज भरोसा देते हैं कि उन्हें जल्द ही डीएपी खाद मिल जाएगा लेकिन यहां डीएपी लेकर ट्रक नहीं पहुंच रही है ऐसे में किसानों में बेहद गुस्सा है किसान इस बात को लेकर नाराज हैं कि आखिर उन्हें खेती करने के लिए लोन की राशि दी गई है लेकिन पैसे से आखिर में खेती कैसे करें जब तक उनके पास खाद नहीं रहेगा. अगर ऐसी की हालत रही तो आने वाले दिनों में किसानों का गुस्सा भी फूट सकता है.
बलरामपुर जिले में डीएपी खाद की आपूर्ति को लेकर डीएमओ प्रीतिका पूजा केरकेट्टा से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने अपना फोन रिसीव नहीं किया. समझा जा सकता है कि ऐसी जिम्मेदार अधिकारी किसानों को लेकर कितने फिक्रमंद होंगे.
बलरामपुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने कहा है कि फिलहाल डीएपी की आपूर्ति नहीं है. हालांकि डीएपी पहुंचने वाली है जैसे ही जिले में डीएपी पहुंचेगी तो सरकारी समिति में भी डीएपी भिजवाया जाएगा, इसके अलावा DAP के विकल्प में दूसरी खाद की कमी है तो एसएसपी और NPK भिजवाया जाएगा.