

रायपुर: कस्टम मिलिंग स्कैम प्रकरण (अपराध क्रमांक-01/2024) में अर्थ और चोरी रोकथाम शाखा (ईओडब्ल्यू) विशेष न्यायालय (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) रायपुर में आरोपी अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर के खिलाफ 1,500 पेज का अभियोग पत्र पेश किया। दोनों आरोपी वर्तमान में केंद्रीय जेल रायपुर में निरूद्ध हैं।
ईओडब्ल्यू के अनुसार अनिल टुटेजा ने छत्तीसगढ़ राइस मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर राइस मिलरों से अवैध वसूली की और इससे कम से कम 20 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया। राइस मिलरों से अवैध वसूली के लिए मार्कफेड के जिला विपणन अधिकारियों पर दबाव बनाया गया और उनके बिल लंबित रखे गए।अनवर ढेबर राजनीतिक रूप से प्रभावशाली रहे हैं और आयकर विभाग के छापों के दौरान प्राप्त डिजिटल साक्ष्यों से यह पता चला कि उन्होंने न केवल शराब घोटाले बल्कि अन्य महत्वपूर्ण विभागों पर भी गहरा प्रभाव डाला। उन्होंने अनिल टुटेजा द्वारा राइस मिलरों से की गई अवैध वसूली का संग्रहण, व्यय, निवेश और उपभोग किया।
ईओडब्ल्यू ने पहले फरवरी 2025 में रोशन चन्द्राकर और मनोज सोनी के खिलाफ इसी प्रकरण में चालान पेश किया था। इस मामले में रामगोपाल अग्रवाल और अन्य आरोपियों के खिलाफ विवेचना अभी जारी है।






















