

रामगढ़ की पावन हवा, वृक्षों की सरसराहट, बहते जल की मधुर ध्वनि, शीतल समीर और पक्षियों के मधुर कलरव एवं भगवान “राम” की उपस्थिति को आत्मिक रूप से महसूस किया
अम्बिकापुर: कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में आज मानव जीवन ज्योति दृष्टि बाधित विद्यालय, बतौली के दिव्यांग विद्यार्थियों को शैक्षणिक एवं भ्रमणात्मक यात्रा पर उदयपुर स्थित रामगढ़ पर्यटन केंद्र ले जाया गया। बच्चों को बस के माध्यम से सुरक्षित रूप से भ्रमण कराया गया।
रामगढ़ पहुंचकर विद्यार्थियों को वहां स्थित विभिन्न पर्यटन स्थलों का परिचय कराया गया। भले ही दृष्टि बाधित बच्चे भगवान राम को नेत्रों से नहीं देख सके, लेकिन रामगढ़ की पावन हवा, वृक्षों की सरसराहट, बहते जल की मधुर ध्वनि, शीतल समीर और पक्षियों के मधुर कलरव में उन्होंने भगवान “राम” की उपस्थिति को आत्मिक रूप से महसूस किया। यह अनुभव बच्चों के लिए भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से अत्यंत प्रेरक रहा।
भ्रमण के दौरान बच्चों के लिए खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया गया, जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इन गतिविधियों से बच्चों के आत्मविश्वास, आनंद और सामाजिक सहभागिता की वृद्धि होगी।
इसके पश्चात विद्यार्थियों को सैनिक स्कूल अम्बिकापुर का भ्रमण कराया गया। यहां बच्चों को सैन्य अनुशासन, परिसर की जानकारी दी गई तथा टैंक और तोप जैसे सैन्य संसाधनों को स्पर्श कर उनके बारे में बताया गया, जिससे बच्चों में देशभक्ति और साहस की भावना विकसित हुई।
समस्त भ्रमण कार्यक्रम के उपरांत विद्यार्थियों को सुरक्षित रूप से विद्यालय वापस छोड़ा गया। इस अवसर पर उप संचालक समाज कल्याण व्ही.के. उके सहित विद्यालय एवं संबंधित कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। विद्यालय प्रबंधन ने इस मानवीय और संवेदनशील पहल के लिए जिला प्रशासन एवं कलेक्टर विलास भोसकर के प्रति आभार व्यक्त किया।





















