
अंबिकापुर।डॉ. डीके सोनी अधिवक्ता एवं आरटीआई कार्यकर्ता ने पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा संभाग अंबिकापुर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत किया। जिसमें यह उल्लेख किया गया कि बलरामपुर जिले के राजपुर थाना के बरियो चौकी अंतर्गत ग्राम भेस्की में सामुदायिक भूमि को धोखाधड़ी से हड़पने एवं कथित प्रताड़ना से तंग आकर भईरा कोरवा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके आधार पर मृतक के पुत्र संतलाल ने थाना बरियों में शिकायत आवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें यह बताया गया कि मृतक की पत्नी की भूमि जिसका भूमि खसरा क्रमांक 210, 213/2, 215, 240/10, 241/1, 245 रकबा 0.656, 0.097, 0.150, 1.259, 0.172, 0.134 हेक्टर भूमि जो ग्राम भेस्की में स्थित है मृतक की पत्नी जूबारो को खाता खुलवाने के नाम पर राजपुर लाकर पटवारी की सांठ-गांठ से बिना किसी के सहमति से चौहद्दी कटवा लिया गया जबकि जमीन में कई खातेदार है।

भईरा कोरवा के मामले में बरियों चौकी में अपराध क्रमांक 90/2025 अंतर्गत धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5) बीएनएस के तहत आरोपी प्रवीण अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, यशवंत कुमार, राहुल सिंह, शिवराम, महेंद्र गुप्ता एवं उदय शर्मा के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध गया है जिसमें पुलिस चौकी बरियों के द्वारा कुछ आरोपियों को पड़कर जेल भेजा गया है लेकिन उक्त मामले के महत्वपूर्ण आरोपी एवं मास्टरमाइंड प्रवीण अग्रवाल एवं विनोद अग्रवाल अभी भी फरार है तथा वह अपनी धनबल के प्रभाव से बचने का प्रयास कर रहे हैं जबकि उपरोक्त दोनों की गिरफ्तारी कराया जाना आवश्यक है।
आरोपी प्रवीण अग्रवाल एवं विनोद अग्रवाल के द्वारा बरियों एवं राजपुर क्षेत्र में अवैध तरीके से क्रेशर का संचालन किया जाता है तथा करोड़ों रुपए के शासन के टैक्स की चोरी भी की गई है जो क्रेशर संचालन किया जा रहा है और जितनी भूमि में उनके द्वारा पत्थर निकालने का काम किया गया है उतने पत्थर निकालने के संबंध में शासन को सही जानकारी नहीं दी गई है क्योंकि शासन को सही जानकारी देते तो उन्हें करोड़ों रुपए का टैक्स शासन को जमा करना पड़ता है इसी प्रकार अवैध तरीके से पत्थर का उत्खनन कर करोड़ों का चूना शासन को लगाया गया है एवं शासन के साथ भी धोखाधड़ी की गई है जिसके संबंध में भी अलग से कार्यवाही किया जाना आवश्यक है।
आरोपी प्रवीण अग्रवाल एवं विनोद अग्रवाल का संपर्क बलरामपुर के कुछ ऐसे अधिकारियों से है जो उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे हैं तथा खनिज विभाग कार्यालय बलरामपुर में जो आग लगा था उसमें उपरोक्त दोनों आरोपियों के पूर्ण संलग्नता है क्योंकि इनके द्वारा शासन को करोड़ों नहीं अरबो रुपए की टैक्स की चोरी की है और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से टैक्स जमा करने का लेख किया गया था उक्त दस्तावेजों को जलवाने में प्रवीण अग्रवाल एवं विनोद अग्रवाल का पूर्ण हाथ है इसलिए भी उनके विरुद्ध कार्रवाई कर तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है।