बलरामपुर:  बलरामपुर जिले के चौकी वाड्रफनगर थाना बसंतपुर पुलिस ने एक बार फिर आदतन अपराधी और घोषित गुंडा बदमाश मयंक यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मयंक यादव पर पहले से ही कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह जिला बदर घोषित है। इस बार वह अंबिकापुर से लौट रहे एक व्यक्ति से विवाद करते पकड़ा गया, उसके साथ उसका एक साथी युवराज भी गिरफ्तार किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार  18 मई की रात वाड्रफनगर निवासी प्रियम दुबे की कॉन्फ्रेंस कॉल चौकी प्रभारी के मोबाइल पर आई, जिसमें अंबिकापुर निवासी राघवेंद्र प्रताप सिंह डरा-सहमा हुआ मदद की गुहार लगा रहा था। चौकी प्रभारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राघवेंद्र को पंचवटी ढाबा के सामने पेट्रोल पंप से चौकी लाया।राघवेंद्र ने शिकायत दर्ज कराई कि बस स्टैंड स्थित एक दुकान में मयंक यादव और उसके साथी युवराज (सरजू के पुत्र) द्वारा उसे गाली-गलौज किया गया और अन्य लोगों को बुलवाने की धमकी दी गई। डर के मारे वह भागकर ढाबे के पास छिप गया।जब पुलिस उसे लेकर चौकी लौट रही थी, तब चौकी के सामने ही मुख्य मार्ग पर मयंक यादव और युवराज ने फिर से झगड़ा शुरू कर दिया। दोनों आपस में उलझकर गिर पड़े, जिससे उन्हें चोटें आईं, लेकिन उठने के बाद भी उन्होंने हंगामा जारी रखा। स्थिति को गंभीर देखते हुए पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर भारतीय न्याय संहिता की धारा 170 बीएनएसएस के तहत गिरफ्तार किया।इसके बाद दोनों को कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से जेल वारंट जारी होने पर उन्हें रामानुजगंज जेल भेज दिया गया।

मयंक यादव के खिलाफ वाड्रफनगर थाने में एक के बाद एक कुल 9 संगीन आपराधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, जानलेवा हमला, सरकारी कार्य में बाधा और एससी/एसटी एक्ट के तहत अपराध शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि मयंक यादव को पूर्व में 13 फरवरी 2025 को जिला बदर घोषित किया गया था, जिसकी राहत अवधि 25 अप्रैल 2025 तक थी। बावजूद इसके वह वाड्रफनगर में खुलेआम घूमते हुए वारदातों को अंजाम दे रहा था।पुलिस ने उसके विरुद्ध पूर्व में भी कई बार प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है, जिनमें धारा 107, 116(3), 151 व 110 के अंतर्गत कार्यवाही शामिल है।

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