जांजगीर-चाम्पा। जिले के देवरी गांव स्थित हसदेव नदी हादसे में लापता युवती का शव आखिरकार चार दिन बाद बरामद हो गया। यह दर्दनाक हादसा 4 सितंबर की शाम हुआ था, जब बिलासपुर से पिकनिक मनाने आए पांच दोस्त नदी की तेज धारा में बह गए थे।

जानकारी के अनुसार, लक्ष्मी शंकर, अंकुर कुशवाहा, आशीष भोई और दो युवतियां मोनिका सिन्हा तथा स्वर्णरेखा पिकनिक मनाने देवरी पहुंचे थे। शाम करीब 6 बजे सभी नदी में नहाने उतरे, लेकिन उन्हें पानी की गहराई और धारा की तीव्रता का अंदाजा नहीं था। धीरे-धीरे वे गहरे पानी में चले गए और तेज बहाव में बहने लगे।

स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल मदद की कोशिश की और इस दौरान मोनिका सिन्हा और लक्ष्मी शंकर को सुरक्षित निकाल लिया गया। हालांकि, अंकुर कुशवाहा, आशीष भोई और स्वर्णरेखा नदी में बह गए।

घटना के बाद से ही एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, मछुआरे और ड्रोन टीम बचाव कार्य में जुटे रहे। दो दिन बाद अंकुर कुशवाहा का शव कुदरी बैराज से 15 किमी दूर मिला, वहीं तीसरे दिन आशीष भोई का शव झाड़ियों में बरामद किया गया। आज, चार दिन की खोज के बाद स्वर्णरेखा का शव देवरहा गांव के पास झाड़ियों में फंसा मिला।

एडिशनल एसपी उमेश कुमार कश्यप ने बताया कि नदी की सतह शांत दिखती है, लेकिन अंदर की धारा बेहद खतरनाक होती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि पिकनिक या फोटो खींचने के दौरान नदी के नजदीक न जाएं, विशेषकर देवरी पिकनिक स्पॉट जैसे स्थानों पर।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!