

जशपुर: जशपुर जिले के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में सरिया छड़ दिलाने के नाम पर 40 हजार रुपए की ठगी के मामले का जशपुर पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने टेक्निकल इनपुट के आधार पर झारखंड के लोहरदगा जिले से एक आरोपी अहतास अंसारी (22 वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है, जबकि दो अन्य मास्टरमाइंड फरार हैं जिनकी तलाश जारी है।
मामला ग्राम गिरांग के सरिया व्यापारी नेल्सन कुजूर और महुआ टोली के गृह निर्माण करा रहे सत्येंद्र सिंह से जुड़ा है। आरोपियों ने पहले स्वयं को ठेकेदार बताकर सत्येंद्र सिंह को कम कीमत में सरिया उपलब्ध कराने का लालच दिया। फिर उसी बहाने व्यापारी नेल्सन कुजूर को फोन कर सरिया गिराने का ऑर्डर दिया। व्यापारी ने 1 लाख 90 हजार रुपए का सरिया पिकअप से महुआ टोली भेज दिया।
इसी दौरान ठगों ने सत्येंद्र सिंह को कॉल कर अपने फोन-पे नंबर पर 40 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। बाद में व्यापारी ने भुगतान मांगने पर सत्येंद्र सिंह ने बताया कि वह पहले ही भुगतान कर चुका है। संदेह होने पर जब व्यापारी ने उस मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, तो वह बंद मिला। इसके बाद मामले की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में दर्ज की गई।
जांच के दौरान पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण से आरोपी का लोकेशन झारखंड में चिन्हित किया। विशेष टीम ने लोहरदगा जिले के केरो थाना क्षेत्र स्थित ग्राम गाराडीह में दबिश देकर आरोपी अहतास अंसारी को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर ठगी की बात कबूल कर ली। पुलिस ने दोनों फरार आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी तलाश जारी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि आरोपी साइबर ठगी के लिए क्षेत्र में घूम-घूमकर लोगों को चिन्हित करते थे। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अंजान नंबर से आए कॉल या लालच देने वाले प्रस्तावों पर विश्वास न करें और अपनी निजी जानकारी साझा न करें।
पुलिस टीम में उप निरीक्षक जय प्रकाश मिर्रे, प्रधान आरक्षक अनंत मिराज किस्पोट्टा तथा आरक्षक उपेंद्र सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।






















