
बलरामपुर। गौ-वंशीय पशुओं की तस्करी पर अंकुश लगाने की दिशा में बलरामपुर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने अंतरराज्यीय गौ-तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मुख्य आरोपियों, दलालों व वाहन चालकों सहित कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में झारखंड और छत्तीसगढ़ के अपराधी शामिल हैं।
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने झारखंड राज्य के गढ़वा जिले के रंका थाना अंतर्गत ग्राम सोनपुर्वा से मुख्य आरोपी समेत तीन तस्करों को दबोचा। वहीं दो आरोपी बलरामपुर जिले के डबरा क्षेत्र और एक सूरजपुर जिले के प्रतापपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। एक अन्य आरोपी को पहले ही 28 अप्रैल को घटना के समय गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
थाना बलरामपुर क्षेत्र में 28 अप्रैल और 4 मई को मुखबिर की सूचना पर दो पिकअप वाहनों को रोककर पुलिस ने 12 बैलों को मुक्त कराया था। पिकअप चालक अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने पशु क्रूरता और छत्तीसगढ़ कृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी थी।
झारखंड ले जा रहे थे बैल
पुलिस जांच में यह सामने आया कि सूरजपुर और बलरामपुर के ग्रामीण क्षेत्रों से बैल खरीदकर एक स्थान पर जमा किया जाता था और फिर रात के अंधेरे में झारखंड के बूचड़खानों में ले जाया जाता था। पुलिस ने इस नेटवर्क में शामिल दलालों, खरीदारों और वाहन चालकों को चिन्हित कर साक्ष्य जुटाए और विशेष अभियान चलाकर आरोपियों की गिरफ्तारी की। पुलिस ने इस मामले में बोलेरो पिकअप (JH 19 D 0833),बोलेरो पिकअप (JH 03 AH 4235),टयोटा ग्लेंजा (JH 01 FG 4436) जब्त की है।
गिरफ्तार आरोपी
1. जितेन्द्र विश्वकर्मा (29), सोनपुर्वा, रंका, गढ़वा (झारखंड)
2. दिनेश प्रसाद गुप्ता(33), सोनपुर्वा, रंका, गढ़वा
3. रेयाज अंसारी (22), सोनपुर्वा, रंका, गढ़वा
4. प्रदीप गुप्ता (36), दुरती, प्रतापपुर, सूरजपुर
5. कलाम रंगसाज, कोदौरा, डवरा, बलरामपुर
6. कदम रसूल उर्फ बबलू अंसारी (35), कोदौरा, डवरा, बलरामपुर
7. समशेर आलम(25), खपरो, रंका, गढ़वा (पहले गिरफ्तार)
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक भापेन्द्र साहू, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक हिम्मत सिंह शेखावत, उप निरीक्षक किरणेश्वर सिंह सहित बलरामपुर पुलिस की टीम की भूमिका अहम रही।