पहाड़ी कोरवा की आत्महत्या के मामले में अब तक महिला सहित तीन गिरफ्तार, पांच फ़रार

बलरामपुर/राजपुर/बरियों।बलरामपुर जिले के बरियो चौकी अंतर्गत ग्राम भेस्की में जमीन रजिस्ट्री के मामले में पहाड़ी कोरवा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। गुरुवार को मृतक के परिजनों से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के .पी. सिंहदेव, पूर्व विधायक डॉ. प्रीतम राम, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील सिंह सहित अन्य कांग्रेसियों ने मुलाकात की और ढांढस बंधाया। इस से पहले सरगुजा सांसद चिंतामणि महराज ने परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया था और पुलिस को फ़रार भू-माफियाओं को जल्द गिरफ्तार करने को निर्देश दिए थे।

पहाड़ी कोरवा समुदाय के भईरा राम ने सामुदायिक भूमि विवाद और लगातार मिल रही धमकियों से तंग आकर 22 अप्रैल को अपने गोठान में युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। मामले में सर्व आदिवासी समाज और पहाड़ी कोरवा समुदाय ने जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए आंदोलन और चक्काजाम की चेतावनी दी थी।

राजपुर एसडीएम राजीव जेम्स कुजुर और पुलिस एसडीओपी इमानुएललकड़ा के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ था। इसी दौरान पुलिस ने कार्रवाई कर भूमि क्रेता शिवा राम, भू-माफिया उदय शर्मा और कमला देवी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था न्यायालय से  जेल भेज दिया था। भू-माफियों ने धोखाधड़ी कर 6 एकड़ सामुदायिक भूमि को फर्जी रजिस्ट्री कराकर हड़प लिया था। इसके लिए उन्होंने महिलाओं को महतारी वंदन योजना के लाभ के बहाने राजपुर बुलाया और फर्जी अंगूठा लगाकर रजिस्ट्री करवाई। परिजनों ने बताया कि भईरा राम को लगातार धमकाया जा रहा था, जिससे मानसिक तनाव में आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली।

गुरुवार को कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के.पी. सिंहदेव, पूर्व विधायक डॉ. प्रीतम राम, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील सिंह सहित अन्य कांग्रेसियों ने ग्राम भेस्की में मृतक के परिजनों से मुलाकात कर कहा कि सरकार और स्थानीय अधिकारियों तक लंबे समय से सारी बातों को रखा गया है कई मुद्दों पर बारीकी से जांच नहीं की जा रही है बेनामी संव्यवहार करके अर्जित की जा रही संपत्तियों की सघन जांच की जरूरत है अभी तक सरकार अथवा प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को कोई भी वित्तीय सहायता उपलब्ध नहीं कराई है साथ ही अब तक महत्वपूर्ण अपराधियों की गिरफ्तारी भी नहीं की जा सकी है, षड्यंत्रकारियों और दलालों को आदिवासियों के ऊपर अत्याचार करने की खुली छूट दी गई है। सरकार का रवैया समझ से परे है आखिर एक ओर सुशासन का ढोल पीट रही सरकार को इस मामले में स्पष्ट करना चाहिए कि अब तक इस मामले में कोई महत्वपूर्ण गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है प्रशासनिक अधिकारी मौन साधे हुए हैं।भू-माफियाओं द्वारा किए गए संव्यवहारों की कम से कम भेस्की ग्राम में जांच क्यों नहीं कराई जा रही है। आदिवासियों के साथ सिर्फ अन्याय और अत्याचार हो रहा है सरकार पूरी तरह से असफल हो चुकी है और अपराधियों पर लगाम नहीं लगा पा रही है। इस दौरान राजेंद्र भगत, विजय पैकरा, शिवभजन मरावी, पूरन चंद्र जायसवाल, विवेक सिंह, रामकिशुन राम,राजेंद्र श्रीवास्तव, भजन राम, विमलेश, मुन्नाराम सहित अन्य कांग्रेस जन मौजूद थे।

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