बलरामपुर: जिला पंचायत के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री राजेंद्र कटारा ने धान खरीदी व्यवस्था को लेकर सहकारी सेवा समितियों के प्रबंधकों की बैठक ली।बैठक में कलेक्टर श्री कटारा ने कहा कि धान खरीदी प्रक्रिया को समयबद्ध, सुव्यवस्थित संचालित करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने धान खरीदी प्रक्रिया को क्रमबद्ध ढंग से करने आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

कलेक्टर ने सुव्यस्थित खरीदी के लिए प्रबंधकों से कहा कि मुनादी एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से बताएं कि किसान सुबह 08 बजे अपना धान लेकर समिति पहुंच जाएं । उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि किसानों से लाया गया धान सबसे पहले निर्धारित स्थान पर ढेरी के रूप में रखा जाए और नमी मापने के बाद ही धान को आगे की प्रक्रिया में लिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसानों के केंद्र में आने के क्रम में ही धान तौल की जाएगी। इससे सभी कार्य जैसे तौलाई, ढेरी लगाना, नमी मापना और स्टैकिंग जैसे सारे कार्य उसी दिन सुचारू रूप से पूरे हो जाएं।

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि किसानों द्वारा लाए गए धान को वाहन से उतारकर ढेर लगाने के लिए अलग से हमालों की व्यवस्था की जाए, जिसका भुगतान किसान करेंगे। उन्होंने  स्पष्ट करते हुए कहा कि शासन की गाइडलाइन के अनुसार ढेर लगाने के बाद तौलाई और स्टैकिंग तक की प्रक्रिया समिति से अनुबंधित हमालों द्वारा की जाएगी और इसके लिए किसानों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा, ताकि खरीदी व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी बनी रहे। इस दौरान उन्होंने प्रबंधकों को हमालों का भुगतान समय पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने बारदाना के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। खरीदी केंद्रों की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देते हुए कलेक्टर ने कहा कि केंद्रों में ड्रेनेज, फेंसिंग, आवश्यक व्यवस्थाएं रहे साथ ही सीसीटीवी कैमरे चलित अवस्था में हो। उन्होंने सभी आवश्यक रजिस्टरों के साथ ऑनलाइन एंट्री समय पर नियमित रूप से अद्यतन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्रबंधकों को धान खरीदी में उपयोग में लाई जाने वाली उपयोग सामग्री भी पर्याप्त मात्रा रखने के निर्देश दिए ताकि खरीदी में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।

कलेक्टर ने मौसम की अनिश्चितताओं को देखते हुए धान की सुरक्षा के लिए आवश्यक इंतजाम पहले से ही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि किसानों से एक शपथ पत्र लिया जाएगा, जिसमें उनकी संपूर्ण जानकारी व शेष रकबा समर्पण का विवरण शामिल होगा, ताकि खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। बैठक में कलेक्टर ने प्रबंधकों से कहा कि किसी भी कोचिए या संदिग्ध गतिविधि पर सतत निगरानी रखें। ताकि अवैध धान के भण्डारण एवं परिवहन पर प्रभावी रोक लग सके।  उन्होंने कहा कि खरीदी केंद्रों में शौचालय, पीने के पानी और अन्य मूलभूत सुविधाएँ अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहें।

बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा  कि सभी समितियाँ समन्वित प्रयासों से काम करेंगी तो धान खरीदी की पूरी प्रक्रिया सहज, समयबद्ध और किसान हित मेंसफलतापूर्वक संपन्न होगी।इस दौरान जिला पंचायत सीईओ  नयनतारा सिंह तोमर, अपर कलेक्टर  चेतन बोरघरिया एवं सभी समिति प्रबंधक उपस्थित रहे।

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