

सूरजपुर: सूरजपुर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) अंबिकापुर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक सहकारी निरीक्षक को नियुक्ति आदेश के बदले रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम करसी निवासी शुभम जायसवाल (25 वर्ष) ने उप पुलिस अधीक्षक, एसीबी अंबिकापुर के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम भारत सरकार के तहत जिला सूरजपुर के विभिन्न विकासखंडों में बहुउद्देशीय किसान उत्पादक सहकारी समितियों का गठन किया गया है, जहां मुख्य कार्यपालन अधिकारी/प्रबंधक एवं लेखापाल पदों पर संविदा नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही थी।
शुभम जायसवाल ने मां समलेश्वरी बहुउद्देशीय कृषक उत्पादक सहकारी समिति मर्यादित टुकुडांड में लेखापाल पद के लिए आवेदन किया था। पात्र सूची में नाम आने के बाद उन्होंने दक्षता परीक्षण, टाइपिंग टेस्ट और साक्षात्कार भी सफलतापूर्वक दिया। इसके बावजूद नियुक्ति आदेश जारी करने के बदले सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी द्वारा पहले 1 लाख 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई।
शिकायत के सत्यापन के दौरान सौदेबाजी के बाद रिश्वत की रकम 80 हजार रुपये तय हुई, जिसमें पहली किस्त के रूप में 40 हजार रुपये लेने पर सहमति बनी। आरोपी ने 17 दिसंबर को ही रकम लाने का दबाव बनाया, अन्यथा किसी और के नाम नियुक्ति आदेश जारी करने की धमकी दी गई।
एसीबी की योजना के तहत 17 दिसंबर की रात करीब 8:25 बजे शिकायतकर्ता 40 हजार रुपये लेकर कार्यालय आयुक्त सहकारिता एवं उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, सूरजपुर पहुंचा। जैसे ही आरोपी सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी ने रिश्वत की रकम लेकर अपनी जैकेट की जेब में रखी, एसीबी टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।






















