रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नारायणपुर की तीन बेटियों से जुड़े मामले पर बड़ा बयान देते हुए इसे ह्यूमन ट्रैफिकिंग और मतांतरण से जुड़ा गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा कि नारायणपुर के एक व्यक्ति ने इन तीन युवतियों को नर्सिंग की ट्रेनिंग और नौकरी का प्रलोभन देकर दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो ननों को सौंपा, जो उन्हें आगरा ले जा रही थीं।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह मामला महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है और इसमें धार्मिक मतांतरण की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जांच जारी है और पूरा मामला न्यायालयीन प्रक्रिया में है। सरकार पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई कर रही है।

सीएम साय ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ एक शांतिप्रिय और समावेशी प्रदेश है, जहाँ सभी धर्म और समुदाय के लोग सौहार्द्र से रहते हैं। लेकिन बस्तर की बेटियों के इस संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक रंग देना दुर्भाग्यपूर्ण है।

इस बीच, मामला राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है। केरल की दो ननों को दुर्ग में छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और केरल सरकार ने आपत्ति जताई है।

केरल सरकार ने दावा किया कि तीनों महिलाएं बालिग हैं और स्वेच्छा से नए रोजगार की तलाश में जा रही थीं। वहीं बजरंग दल का आरोप है कि यह मामला मतांतरण से जुड़ा है।

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