

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर के देवपुरी स्थित गोदड़ीवाला धाम में संत शिरोमणि बाबा हरदास राम साहिब जी की 34वीं बरसी महोत्सव में भाग लेकर संत परंपरा को नमन किया। उन्होंने धाम में स्थापित संत गेला राम साहिब जी की प्रतिमा के समक्ष मत्था टेककर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “मुझे देशभर से आए पूज्य संतों के बीच इस महोत्सव में शामिल होने का सौभाग्य मिला। मेरी कामना है कि संतों का आशीर्वाद सदा छत्तीसगढ़ पर बना रहे और घर-घर में खुशहाली बनी रहे।”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संत-महात्माओं का छत्तीसगढ़ की पावन भूमि पर हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बाबा हरदास राम साहिब जी का जीवन मानव सेवा, त्याग और समर्पण का प्रेरणास्रोत रहा है। धाम परिसर में समय-समय पर आयोजित नि:शुल्क नेत्र जांच, स्वास्थ्य शिविर और रक्तदान शिविर उनके आदर्शों का जीवंत उदाहरण हैं।
संत समाज को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ को माता कौशल्या का मायका और भगवान श्रीराम का ननिहाल बताया। उन्होंने राजिम स्थित कुलेश्वर महादेव और भगवान श्रीराम के वनवास काल का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेशवासी आज भी भगवान श्रीराम को अपना भांजा मानते हैं। उन्होंने ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ का जिक्र किया, जिसके तहत पिछले वर्ष 22,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शन किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बरसी महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भक्ति, एकता और सामाजिक सेवा का उत्सव है, जो छत्तीसगढ़वासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।






















