

बिहार की तर्ज पर अब छत्तीसगढ़ में भी विशेष इंटेंसिव रिवीजन (SIR) सर्वे शुरू हो गया है। इस सर्वे के जरिए राज्य में मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण किया जाएगा। राज्य मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यशवंत कुमार ने रायपुर के शास्त्री चौक स्थित पुराने मंत्रालय परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के निर्देश पर यह प्रक्रिया सभी जिलों में एक साथ शुरू की गई है।
SIR के तहत पुरानी और वर्तमान वोटर लिस्ट का मिलान किया जा चुका है। अब बीएलओ (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी जुटाएंगे, त्रुटियां सुधारेंगे और 18 वर्ष से अधिक आयु के नए मतदाताओं के नाम जोड़े जाएंगे। यह प्रक्रिया 4 दिसंबर 2025 तक चलेगी।
वर्तमान में राज्य में 2 करोड़ 12 लाख 30 हजार मतदाता हैं, जिनमें 1 करोड़ 4 लाख 27 हजार पुरुष, 1 करोड़ 6 लाख 76 हजार महिलाएं और 736 तृतीय जेंडर मतदाता शामिल हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मसौदा मतदाता सूची 9 दिसंबर 2025 को प्रकाशित होगी, जबकि अंतिम सूची 7 फरवरी 2026 को जारी की जाएगी।
SIR प्रक्रिया के लिए 13 प्रकार के सरकारी दस्तावेज मान्य होंगे, जिनमें आधार कार्ड, पासपोर्ट, जन्म प्रमाणपत्र, परिवार रजिस्टर, पेंशन आदेश और निवास प्रमाणपत्र शामिल हैं। बिना वैध दस्तावेज के किसी का नाम सूची में नहीं जोड़ा जाएगा, और गलत जानकारी देने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है SIR?
SIR का मतलब है विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision)
इसका उद्देश्य है वोटर लिस्ट अपडेट करना
18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को जोड़ा जाता है
पुराने या गलत नाम हटाए और सुधारे जाते हैं
BLO घर-घर जाकर फॉर्म भरवाते हैं और सत्यापन करते हैं






















