
नारायणपुर: नारायणपुर जिले के कोहकामेटा थाना क्षेत्र अंतर्गत हुए आईईडी विस्फोट मामले में नारायणपुर पुलिस और डीआरजी की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है। इस घटना में शामिल चार नक्सल सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है, जो बीते पांच वर्षों से नक्सली संगठन के लिए कार्य कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार घटना 7 अप्रैल 2025 को ग्राम कुतुल और बेड़माकोटी मार्ग के बीच की है। यहां नक्सलियों ने सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के इरादे से आईईडी बम प्लांट किया था। दुर्भाग्यवश, इस विस्फोट की चपेट में आकर संतोष पोयाम, निवासी ग्राम सोनाबल (जिला कोंडागांव), जो कि ट्रक चालक था, गंभीर रूप से घायल हो गया था।घटना के बाद से ही पुलिस संदिग्धों की तलाश में जुटी हुई थी। इस बीच डीआरजी टीम को गुप्त सूचना प्राप्त हुई, जिसके आधार पर ग्राम कोड़तामरका और फरसबेड़ा की ओर दबिश दी गई। ग्राम कोड़तामरका में चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान सभी ने अपना जुर्म स्वीकार किया।पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे वर्ष 2020 से कुतुल आरपीसी मिलिशिया संगठन से जुड़े हुए हैं। इनका कार्य नक्सली विचारधारा का प्रचार करना, सुरक्षा बलों की रेकी करना, आम ग्रामीणों को नक्सली गतिविधियों से जोड़ना और आईईडी लगाने जैसी गतिविधियों को अंजाम देना था। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त घटना को नक्सली कमांडर रतन, वेशु और अन्य सहयोगियों के निर्देश पर अंजाम दिया गया था।पुलिस ने चारों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई:
1. लच्छूराम उर्फ भास्कर (44 वर्ष)
2. लाली उर्फ मलेश (29 वर्ष)
3. कोसा उर्फ अनिल (40 वर्ष)
4. मालू उर्फ दिनेश (25 वर्ष)