

सुकमा: जिला पंचायत सुकमा में आठ पंचायत सचिवों के खिलाफ प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए शो-कॉज नोटिस जारी किया है। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश पर सीईओ जिला पंचायत मुकुन्द ठाकुर द्वारा यह कार्रवाई की गई।
उल्लेखनीय है कि 08 दिसंबर 2025 को जिला पंचायत सुकमा कार्यालय में साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें शासकीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जानी थी। लेकिन बैठक में कुल 8 पंचायत सचिव बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाए गए, जिसके कारण जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा पूर्ण रूप से नहीं हो सकी। प्रशासन ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए कारण बताओ सूचना जारी की है। साथ ही बैठक में अनुपस्थित सचिवों के 05 दिन के वेतन कटौती के निर्देश सीईओ जिला पंचायत मुकुन्द ठाकुर ने दिए।
जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि बैठक से अनुपस्थित रहना उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना है तथा यह आचरण छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (आचरण) नियम 1998 के धारा 03(1)(एक)(दो) का उल्लंघन है। यह कृत्य पदीय दायित्वों के प्रति उदासीनता दर्शाता है।संबंधित पंचायत सचिवों को निर्देशित किया गया है कि वे पत्र प्राप्त होने के तीन दिवस के भीतर जिला पंचायत सुकमा कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि यदि स्पष्टीकरण नहीं दिया गया या असंतोषजनक पाया गया, तो उनके विरुद्ध छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम 1999 की धारा (4) के तहत निलंबन की एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।जिन पंचायत सचिवों को नोटिस जारी हुआ है उनमें
सोमड़ाराम मुचाकी, सचिव, ग्राम पंचायत कुन्ना, जनपद पंचायत छिन्दगढ़, शमोहन राव कर्मा, सचिव, ग्राम पंचायत गादीरास, जनपद पंचायत सुकमा जितेन्द्र कुमार निर्मलकर, सचिव, ग्राम पंचायत मोरपल्ली, जनपद पंचायत कोंटा, जी. लक्ष्मी, सचिव, ग्राम पंचायत बण्डा, जनपद पंचायत कोंटा
मड़कम सुकड़ा, सचिव, ग्राम पंचायत बगड़ेगुढ़ा, अतिरिक्त प्रभारकृग्राम पंचायत चिन्तलनार/गोगुण्डा, जनपद पंचायत कोंटा, बोड्डी गंगा, सचिव, ग्राम पंचायत केरलापेन्दा, जनपद पंचायत कोंटासोड़ी भीमा, सचिव, ग्राम पंचायत मिलमपल्ली, जनपद पंचायत कोंटा, हेमाराम ध्रुव, सचिव, ग्राम पंचायत गंगलेर, जनपद पंचायत कोंटा शामिल है।





















