
गरियाबंद। ईओडब्ल्यू ने इंडियन ओवरसीज बैंक, शाखा राजिम में फर्जी ज्वेल लोन घोटाले के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक प्रबंधक सुनील कुमार समेत दो लिपिकों खेमन लाल कंवर और योगेश पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद तीनों से पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड लिया गया है।
जानकारी के अनुसार ईओडब्ल्यू में दर्ज अपराध क्रमांक 01/2023 के तहत धारा 13(क) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) एवं धारा 409 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था। जांच में सामने आया कि वर्ष 2022 में बैंक अधिकारियों ने खाताधारकों के बंद खातों के माध्यम से फर्जी ज्वेल लोन निकालकर बैंक के सर्विलांस एवं मॉनिटरिंग सिस्टम को धता बताते हुए फर्जी अप्रूवल दिए। गरीब किसानों के खातों में लोन राशि जमा कर बाद में उस राशि को पूर्व में गिरफ्तार सहायक प्रबंधक सुश्री अंकिता पाणिग्रही के खाते में ट्रांसफर किया गया।इसके बाद, जोरोधा नामक शेयर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ‘फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस’ स्कीम में 1.65 करोड़ रुपये निवेश किए गए, जिसमें पूरा पैसा डूब गया। इस घोटाले से बैंक को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।प्रबंधक सुनील कुमार को बिहार से गिरफ्तार किया गया, वहीं दोनों लिपिकों को स्थानीय स्तर पर गिरफ्तार किया गया है। ईओडब्ल्यू द्वारा आरोपियों से पूछताछ कर आगे की जांच तेजी से जारी है।