

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र को नक्सल मुक्त और विकसित बनाने के उद्देश्य से नारायणपुर पुलिस लगातार सशक्त पहल कर रही है। इसी क्रम में ‘माड़ बचाव अभियान’ के अंतर्गत शनिवार 16 नवंबर 2025 को थाना ओरछा क्षेत्र के ग्राम धोबे में नया सुरक्षा एवं जन सुविधा कैंप स्थापित किया गया। यह एक वर्ष में पुलिस का 17वां कैंप है, जो अबूझमाड़ के अंदरूनी इलाकों में विकास की रोशनी लेकर पहुँचेगा।
नए कैंप की स्थापना नारायणपुर पुलिस, डीआरजी और आईटीबीपी 44वीं बटालियन द्वारा संयुक्त रूप से की गई। यह इलाका लंबे समय से माओवादियों का सुरक्षित आश्रयस्थल रहा है, जहां पुलिस बल ने बड़ी रणनीतिक सफलता हासिल की है।धोबे में कैंप स्थापित होने से आसपास के क्षेत्रों में सड़क निर्माण, पुल-पुलिया, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और मोबाइल नेटवर्क जैसी सुविधाओं में तेजी से विस्तार होगा। पुलिस की सुरक्षा के चलते अब विकास कार्य निर्बाध रूप से आगे बढ़ सकेंगे।
धोबे का यह नवनिर्मित कैंप थाना ओरछा से 23 किमी,आदेर से 20 किमी,कुड़मेल से 10 किमी,और नवीन जाटलूर कैंप से मात्र 5 किमी दूर स्थित है।कैंप की स्थापना से स्थानीय ग्रामीणों में सुरक्षा एवं आत्मविश्वास का नया माहौल बना है। ग्रामीणों ने इसे अपने भविष्य के लिए बड़ा बदलाव बताया।
2025 में अबूझमाड़ में तेजी से बढ़ रही पुलिस मौजूदगी
वर्ष 2025 में नारायणपुर पुलिस ने अबूझमाड़ और इसके आसपास के नक्सल प्रभावित गांवों कुतुल, कोडलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम, ईदवाया, आदेर, कुड़मेल, कोंगे, सितरम, तोके, जाटलूर और अब धोबे में कैंप स्थापित किए हैं। यह अभियान नक्सलियों के प्रभुत्व वाले इलाकों को विकास और सुरक्षा से जोड़ने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
इस अभियान में वरिष्ठ अधिकारियों आईजी बस्तर रेंज पी. सुन्दराज, डीआईजी कांकेर रेंज अमित कांबले,
एसपी नारायणपुर रोबिनसन गुरिया,आईटीबीपी 44वीं बटालियन कमांडेंट मुकेश कुमार दसमाना
तथा CAF और अन्य पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में
डीआरजी, बस्तर फाइटर और आईटीबीपी की विभिन्न बटालियनों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
धोबे में नवीन सुरक्षा कैंप की स्थापना न सिर्फ नक्सलवाद पर कड़ी चोट है, बल्कि अबूझमाड़ के भविष्य को नई दिशा देने का कदम है। पुलिस का दावा है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र को सशक्त, सुरक्षित और विकास से जुड़ा हुआ बस्तर बनाने की दिशा में और भी तेज़ कार्य होंगे।






















