
तिरसोंठ में रेलवे सर्वे के दौरान सरकारी कार्य में बाधा, 7 आरोपियों के विरुद्ध अपराध दर्ज,दो आरोपी गिरफ्तार
जशपुर। धरमजयगढ़-पत्थलगांव-लोहरदगा रेलवे लाइन के सर्वे कार्य के दौरान सरकारी अधिकारियों को धमकी देकर काम में बाधा पहुंचाने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार 29 अप्रैल को तिरसोंठ गांव में तहसीलदार कृष्ण मूर्ति दीवान अपनी टीम और रेलवे अधिकारियों के साथ शांतिपूर्वक सर्वेक्षण कार्य कर रहे थे।
सर्वे के दौरान भारत मुक्ति मोर्चा के जिला संयोजक रूपनारायण एक्का ने अपने साथियों के साथ पहुंचकर सर्वे को रोकने की धमकी दी। आरोपियों ने दावा किया कि उनकी जमीन पहले ही भारत माला प्रोजेक्ट के तहत अधिग्रहित की जा चुकी है और अब रेलवे भी अधिग्रहण करना चाहती है, जबकि उन्हें मुआवज़ा नहीं मिला है। रूपनारायण एक्का ने खुलेआम कहा कि, “यहां पर कलेक्टर का आदेश नहीं चलता है, हम ही कानून बनाते हैं।” उन्होंने अधिकारियों को आदिवासी पंचायत में बुलाकर ‘कांजी हाउस’ में बंद करने की धमकी दी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार ने थाना पत्थलगांव में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट पर बी.एन.एस. की धाराओं 121(1), 132, 221, 223 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने स्वयं प्रकरण की निगरानी करते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर सरगुजा पुलिस की सहायता से सीतापुर-बतौली मार्ग पर नाकाबंदी की गई, जहां से आरोपी रूपनारायण एक्का को गिरफ्तार किया गया। दूसरा आरोपी सुनील खलखो को उसके निवास से गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों को 30 अप्रैल को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा, “शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले 07 आरोपियों के विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया है। कानून व्यवस्था की चुनौती किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जाएगी।”