बलौदा बाजार। 10 जून 2024 को बलौदा बाजार कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में हुई बलौदा बाजार हिंसा मामले में अब न्यायिक कार्रवाई का पहला बड़ा फैसला सामने आया है। बाल न्यायालय ने तीन नाबालिगों को दोषी करार देते हुए उन्हें चेतावनी और माफीनामा के साथ रिहा कर दिया है।

अदालत में सुनवाई के दौरान तीनों नाबालिगों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार किया और घटना में शामिल होने की बात मानी। इसके बाद न्यायाधीश ने परिस्थितियों और उनकी स्वीकारोक्ति को ध्यान में रखते हुए उन्हें दोषी करार दिया। खास बात यह है कि ये तीनों किशोर पहले भी न्यायिक संप्रेक्षण में रह चुके हैं।

यह मामला जिले का सबसे चर्चित कांड माना जा रहा है। उस दिन भारी भीड़ ने सरकारी परिसर में आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था। प्रशासन और पुलिस को हालात काबू करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।

अब तक इस मामले में कुल 194 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और सभी के खिलाफ ट्रायल जारी है। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में जिला सत्र न्यायालय से भी कई बड़े फैसले सामने आ सकते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि बाल न्यायालय का यह फैसला न सिर्फ दोषियों के लिए चेतावनी है बल्कि पूरे समाज के लिए एक अहम संदेश भी है। यह साबित करता है कि कानून तोड़ने वालों को किसी न किसी रूप में सजा का सामना करना ही पड़ेगा।

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