

बलरामपुर: बलरामपुर जिले के आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में फर्जी अंकसूची के सहारे नौकरी पाने का मामला लगातार गहराता जा रहा है। शंकरगढ़ पुलिस ने बुधवार को एक और आरोपिया शाहिना परविन (26 वर्ष), निवासी भगवतपुर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अब तक 9 आरोपी जेल भेजे गए है।
दरअसल शाहिना परविन पर आरोप है कि उसने अपने पिता और भाई के साथ मिलकर फर्जी अंकसूची में हस्ताक्षर कर भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी को अंजाम दिया।मामला वर्ष 2024-25 का है। प्रभारी परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना कुसमी की शिकायत पर कलेक्टर बलरामपुर द्वारा गठित जांच समिति ने भर्ती में गड़बड़ी की पुष्टि की थी। जांच में सामने आया कि शंकरगढ़ क्षेत्र की आंगनबाड़ी केंद्रों बेहराटोली जार्गिम, कटहरपारा महुआडीह, धाजापाठ कोठली और डूमरपानी बेलकोना में चयनित सहायिकाओं ने फर्जी कक्षा आठवीं की अंकसूची प्रस्तुत की थी।इस आधार पर थाना शंकरगढ़ में अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। अब तक चारों फर्जी चयनित सहायिकाएं अरमाना, रिजवाना, प्रियंका यादव और सुशीला सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। आगे की जांच में खुलासा हुआ कि फर्जी अंकसूचियां अजीजी पब्लिक स्कूल, भगवतपुर से तैयार की गई थीं। इस सिलसिले में स्कूल संचालक समसुद्दीन अंसारी, प्रिंसिपल आबिद अंसारी, उमाशंकर पैकरा और शिवनारायण रवि को भी हिरासत में लेकर जेल भेजा गया है। इस कार्रवाई में शाहिना परविन की गिरफ्तारी के साथ इस प्रकरण में अब तक कुल 9 आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। पुलिस ने बताया कि भर्ती घोटाले से जुड़े अन्य पहलुओं पर जांच जारी है और इसमें संलिप्त बचे हुए आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।






















