

अंबिकापुर: सरगुजा जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। थाना गांधीनगर पुलिस ने गुमशुदा नाबालिग लड़की की रहस्यमयी गुमशुदगी का पर्दाफाश करते हुए हत्या के आरोपी नाबालिग बालक को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार 10 सितम्बर 2025 को थाना गांधीनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी नाबालिग बेटी जो अपने सहेलियों के साथ किराए के मकान में रहती थी, 4 अगस्त को दोपहर करीब ढाई बजे बिना बताए कहीं चली गई है। परिजनों ने रिश्तेदारों और परिचितों के यहां तलाश की, लेकिन लड़की का कहीं पता नहीं चला। मोबाइल फोन भी बंद आ रहा था। परिजनों को शक था कि किसी ने उसकी बेटी को बहला-फुसलाकर भगा लिया है।इस रिपोर्ट पर पुलिस ने गुम इंसान क्रमांक 80/25 कायम किया और बाद में अपराध क्रमांक 527/25 धारा 137(2) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
साइबर सेल की मदद से मिला सुराग, सामने आया चौंकाने वाला सच
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से गुम नाबालिग के मोबाइल की तकनीकी जानकारी जुटाई। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि एक युवक उससे लगातार संपर्क में था।
पुलिस ने नाबालिग बालक से प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि उसका मृतिका से प्रेम संबंध था। दोनों मोबाइल के माध्यम से बातचीत करते थे और अक्सर मिलते भी थे। परंतु कुछ समय से लड़की उस पर शादी करने का दबाव बना रही थी और मना करने पर रिपोर्ट करने की धमकी देने लगी थी।
शादी के दबाव में आया क्रोध, फिर रचा हत्या का षड्यंत्र
हत्या की योजना आरोपी ने पहले ही बना ली थी। 3 अगस्त को मृतिका ने आरोपी को फोन कर मिलने बुलाया और शादी के लिए कहा। आरोपी ने दिखावे में हामी भर ली और अगले दिन यानी 4 अगस्त 2025 को उसे मोटरसाइकिल में बैठाकर बतौली चिरगा पहाड़ की तरफ ले गया।जंगल के बीच उसने मोटरसाइकिल खड़ी की और लड़की को एक नाले के पास पत्थरों के बांध की ओर ले गया। वहीं उसने पहले बहस की और फिर गुस्से में आकर उसका गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव को वहीं पास में बने एक गड्ढे में डालकर ऊपर से भारी पत्थर रख दिए ताकि कोई देख न सके। लड़की का बैग और कपड़े भी उसी गड्ढे में डाल दिए।आरोपी ने मृतिका का मोबाइल अपने पास रख लिया और उसके सिम को रास्ते में कहीं फेंक दिया। बाद में उसी मोबाइल में अपने पिता के नाम पर नया सिम लगाकर फोन इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
पुलिस टीम ने आरोपी से मिली जानकारी पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में चिरगा पहाड़ जंगल क्षेत्र के पास जाकर जांच की। जब वहां पत्थरों को हटाया गया तो गड्ढे के अंदर से महिला बैग, कपड़े और मानव कंकाल बरामद हुए। परिजनों ने वस्त्रों व सामान की पहचान कर पुष्टि की कि वह उन्हीं की लापता बेटी है।पुलिस ने कंकाल को पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और मृतिका का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है।
इस पूरी कार्रवाई में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सीतापुर राजेंद्र मंडावी, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार कृष्णा कवर,थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक प्रदीप जायसवाल, उप निरीक्षक संजय नाथ तिवारी, सहायक उप निरीक्षक संजय गुप्ता, प्रधान आरक्षक मेबीस ज्योत्स्ना, महिला आरक्षक मेरी क्लोरेट, आरक्षक अरविंद उपाध्याय, विकास सिंह, ऋषभ सिंह, कुंदन पांडेय, घनश्याम देवांगन, एडवर्ड, रवि सिंह, विजय सिंह और विकास एक्का की अहम भूमिका रही।






















