
बलरामपुर। बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डीपाडीह खुर्द में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ाई के लिए गई चार वर्षीय बच्ची की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह घटना कई जिम्मेदारों की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
जानकारी के अनुसार ग्राम डीपाडीह खुर्द निवासी चार वर्षीय बालिका रुक्मिणी माता बबली सोमवार को आंगनबाड़ी में पढ़ाई के लिए गई थी। खेलते-खेलते वह स्कूल के पीछे स्थित तालाब की ओर चली गई, जहां डूबने से उसकी मौत हो गई। बच्ची को तत्काल शंकरगढ़ स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार बच्ची के पिता की मृत्यु पूर्व में हो चुकी है वहीं उसकी माता की मानसिक स्थिति सही नहीं रहती है, ऐसे में पूरा मामला जांच का विषय बना हुआ है।
मृत बच्ची के पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है और उसकी मां मानसिक रूप से अस्वस्थ बताई जा रही है। इस स्थिति में बच्ची को विशेष देखभाल और निगरानी की आवश्यकता थी, जो कहीं न कहीं व्यवस्था में नहीं मिल सकी।घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है और परिजन सदमे में हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी की लापरवाही पर रोष जताते हुए कहा कि बच्चों की देखरेख में गंभीर चूक हुई है। लोगों ने प्रशासन से सख्त जांच की मांग की है ताकि दोषियों पर उचित कार्रवाई हो सके।
यह घटना कई बड़े सवालों को जन्म देती है:
बच्ची आंगनबाड़ी के पीछे तालाब तक आखिर पहुंची कैसे?
क्या भवन में सुरक्षित बाउंड्री वॉल या गेट नहीं था?
उस समय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका कहां थीं?
क्या बच्चों की निगरानी के लिए पर्याप्त स्टाफ मौजूद था?
अगर बच्ची आंगनबाड़ी में मौजूद थी तो उसकी अनुपस्थिति पर तुरंत ध्यान क्यों नहीं दिया गया?
थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल ने कहा कि मामला की जांच की जा रही है। जांच उपरांत दोषी पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में शंकरगढ़ विकासखंड शिक्षा अधिकारी जयगोविंद तिवारी से उनका पक्ष लेने की कोशिश की गई लेकिन उनके द्वारा फोन नहीं रिसीव किया गया।