

सूरजपुर: एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र की अमेरा ओपन कास्ट खदान के विस्तार को लेकर ग्राम परसोडीकला के ग्रामीणों का विरोध लगातार जारी है। ग्रामीणों ने साफ कहा है कि वे अपने पुश्तैनी जमीन का एक इंच भी खदान के लिए नहीं देंगे। उन्होंने कोल प्रबंधन और प्रशासन पर झूठा प्रचार कर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है।
दरअसल अमेरा ओपन कास्ट खदान का विस्तार परसोडीकला की ओर किया जा रहा है, जिसका ग्रामीण लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। इस दौरान प्रशासनिक स्तर पर कई बार समझाइश दी गई, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे। हाल ही में कंपनी के अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच झड़प की स्थिति बन गई थी। ग्राम पंचायत के निस्तार तालाब की खुदाई के दौरान जब कंपनी ने कोयला निकालने की कोशिश की, तो ग्रामीणों ने विरोध जताया। प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद सिर्फ तालाब के नीचे पड़े कोयले को निकालने की अनुमति ग्रामीणों ने दी, लेकिन यह साफ कर दिया कि यह सहमति खदान विस्तार से जुड़ी नहीं है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कंपनी और कुछ अधिकारी यह प्रचार कर रहे हैं कि खदान विस्तार को लेकर ग्रामीणों ने सहमति दे दी है। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए ग्रामीणों ने कहा, “यह पूरी तरह झूठ है। हमने सिर्फ तालाब के नीचे के कोयले को निकालने की अनुमति दी है, जमीन देने की नहीं।”
ग्रामीणों का कहना है “ना हमें नौकरी चाहिए, ना मुआवजा… हमें चाहिए सिर्फ अपनी जमीन।उन्होंने प्रशासन को लिखित आवेदन सौंपकर मांग की है कि खदान कार्य के दौरान खेतों और फसलों को नुकसान न पहुंचाया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जबरन जमीन अधिग्रहण की कोशिश की गई तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।






















