रायपुर : में एक गंभीर बैंक धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। चार साल से फरार मनीष कदम, जो इंडसइंड बैंक का कर्मचारी था, को गिरफ्तार किया गया। मनीष ने प्रार्थी अजय कुमार यदु के निजी दस्तावेजों का उपयोग कर उनके फर्म “मां सम्लेश्वरी ऑफसेट प्रिंटर्स” के नाम पर फर्जी खाता खोलवाया और अवैध लेन-देन किया।

धोखाधड़ी का तरीका

मनीष कदम ने प्रार्थी को यह भरोसा दिलाया कि बैंक में खाता खोलने पर उसे उच्च ब्याज मिलेगा और अधिक खातों के खुलने पर उसका प्रमोशन जल्दी होगा। प्रार्थी ने मनीष पर विश्वास किया और अपने दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर कर दिए। इसके अलावा, प्रार्थी से 10,000 रुपये नगद लिए गए और कुछ दिन बाद उसे खाता संबंधित चेक बुक प्रदान की गई।

ED की जांच में खुला खेल

13 दिसंबर 2019 को प्रार्थी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुलाया, जहां पता चला कि मनीष कदम और तत्कालीन बैंक प्रबंधक ने मिलकर फर्जी खाते के माध्यम से विदेशों से अवैध लेन-देन किया। इस मामले में प्रार्थी की शिकायत पर थाना मौदहापारा में अपराध क्रमांक 21/22, धारा 419 और 420 के तहत मामला दर्ज किया गया।

गिरफ्तारी और पुलिस कार्रवाई

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एंड साइबर यूनिट और थाना मौदहापारा पुलिस ने तकनीकी और मुखबीर-सूत्रों से जानकारी जुटाई। इसके बाद मनीष कदम को रायपुर के अविनाश कैपिटल होम्स से गिरफ्तार किया गया। आरोपी की उम्र 45 साल और पिता का नाम घनश्याम राव कदम है।

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