अंबिकापुर: जमीन दिखाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले लंबे समय से फरार आरोपी निकुंज गुप्ता को गांधीनगर थाना और साइबर सेल अंबिकापुर की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी द्वारा फर्जी एग्रीमेंट तैयार कर बिना वास्तविक भू-स्वामी की जानकारी के जमीन बेचने का झांसा देकर कुल 78,97,000 की ठगी करने का मामला सामने आया था।

जानकारी के अनुसार सत्तीपारा, अंबिकापुर की एक महिला ने थाना गांधीनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वर्ष 2020 में उनके पति के एसईसीएल भटगांव से सेवानिवृत्त होने के बाद वे अंबिकापुर के आसपास फार्म हाउस और मकान निर्माण हेतु उपयुक्त जमीन खोज रहे थे। इसी दौरान उनका परिचय दत्ता कॉलोनी निवासी निकुंज गुप्ता से हुआ।निकुंज ने उन्हें रॉयल पार्क कॉलोनी के पीछे लगभग पौने दस डिसमिल जमीन दिखाई और बताया कि यह भूमि अनिल अग्रवाल की है, जिसकी बहन कैंसर से पीड़ित है। इलाज के लिए जमीन बेची जा रही है, ऐसा कहकर आरोपी ने पीड़िता को विश्वास में लिया।उसने भरोसा दिलाया कि वह अपने नाम से एग्रीमेंट कराकर बाद में सीधे रजिस्ट्री करा देगा। इस झांसे में आकर पीड़िता ने जमीन के मूल्य 2,10,000 प्रति डिसमिल के हिसाब से अलग-अलग तिथियों में 17,05,000 आरोपी को दे दिए। रजिस्ट्री न होने पर जब आपत्ति व्यक्त की गई, तब निकुंज ने बीमारी का बहाना बनाकर रजिस्ट्री टाल दी।

इसके बाद आरोपी ने पीड़िता को टाइम आउट सिनेमा के सामने राजवाड़े भाइयों की 2 एकड़ 37 डिसमिल जमीन खरीदने का प्रस्ताव दिया और फिर अलग-अलग तिथियों में एडवांस रकम लेता रहा। इस तरह निकुंज गुप्ता ने कुल 78,97,000 अपने कब्जे में ले लिए। जांच में प्रकरण प्रथम दृष्ट्या सही पाए जाने पर आरोपी के विरुद्ध धारा 420, 467, 468, 471  के तहत अपराध दर्ज किया गया।घटना के बाद निकुंज गुप्ता लगातार फरार चल रहा था। इसी बीच मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर थाना गांधीनगर और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने घेराबंदी करते हुए आरोपी को शनि मंदिर के आगे, शिल्पी एजेंसी के पीछे स्थित उसके निवास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।पुलिस ने विधिवत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

गिरफ्तारी में थाना प्रभारी निरीक्षक प्रदीप जायसवाल, उपनिरीक्षक नवलकिशोर दुबे, प्र.आर. भोजराज पासवान, विकास सिन्हा, बंधु सारथी, आरक्षक जितेश साहू, रमेश राजवाड़े, राहुल केरकेट्टा, अमन पूरी,राहुल सिंह, महिला आरक्षक प्रिया रानी, सरस्वती सिंह, तथा मोती केरकेट्टा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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