बीजापुर: बीजापुर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता मिली है। आज पूर्वी बस्तर डिवीजन परतापुर एरिया कमेटी एवं पश्चिम बस्तर डिवीजन भैरमगढ़ एरिया कमेटी से जुड़े कुल 24 माओवादियों ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। इनमें 28.50 लाख रुपये के इनामी 14 हार्डकोर माओवादी भी शामिल हैं। 

समर्पण कार्यक्रम बीजापुर में पुलिस उपमहानिरीक्षक केरिपु बीजापुर  देवेंद्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव तथा अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। आत्मसमर्पण करने वालों में एरिया कमेटी मेंबर (ACM), AOB डिवीजन के PLGA सदस्य, माड़ डिवीजन के प्लाटून सदस्य, KAMS अध्यक्ष, जनताना सरकार के पदाधिकारी, मिलिशिया डिप्टी कमांडर और CNM सदस्य शामिल हैं।  नवीन सुरक्षा कैंपों की स्थापना, सड़क, पानी, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के विस्तार और शासन की कल्याणकारी योजनाओं के ग्रामीण इलाकों तक पहुँचने से माओवादियों का संगठन से मोहभंग हुआ है। शासन की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति तथा नियद नेल्लानार योजना के प्रचार-प्रसार ने भी इस दिशा में बड़ी भूमिका निभाई है। 

आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों ने बताया कि संगठन के विचारों से मोहभंग, बढ़ते आंतरिक मतभेद, नेतृत्व में भेदभावपूर्ण व्यवहार और परिवार के साथ सुरक्षित जीवन जीने की इच्छा के चलते उन्होंने हिंसा का रास्ता छोड़ने का निर्णय लिया।  1 जनवरी 2025 से अब तक बीजापुर जिले में 213 माओवादी गिरफ्तार हो चुके हैं, 203 ने आत्मसमर्पण किया है, और 90 माओवादी मुठभेड़ों में मारे गए हैं।  आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि के चेक प्रदान किए गए। 

आत्मसमर्पण करने वालों में प्रमुख नाम सुदरू हेमला उर्फ राजेश (एसीएम, 5 लाख का इनामी), कमली मोड़ियम उर्फ उर्मिला (एसीएम, 5 लाख का इनामी), जयमोती पूनेम (पार्टी सदस्य, 3 लाख का इनामी) शामिल हैं। इनके साथ ही कई अन्य PLGA सदस्य, जनताना सरकार के शिक्षक, मिलिशिया डिप्टी कमांडर, CNM सदस्य और RPC कमेटियों के कार्यकर्ता भी शामिल रहे। 

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