
पत्थलगांव के एक व्यापारी से ,राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन के नाम से स्वेटर सप्लाई करने को लेकर किए थे करोड़ों रुपए की ठगी
रत्नाकर उपाध्याय के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों में 420 के 12 से अधिक प्रकरण दर्ज
जशपुर। जशपुर जिले के पत्थलगांव के एक व्यापारी के साथ राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है।हाई-प्रोफाइल ठगी मामले का मास्टरमाइंड रत्नाकर उपाध्याय जिसके खिलाफ देशभर के विभिन्न राज्यों में IPC की धारा 420 के तहत 12 से अधिक मामले दर्ज हैं। जशपुर पुलिस खुद को मंत्रालय का अधिकारी बता, 1हजार करोड़ रूपए की ऑर्डर का लालच देकर ठगों तक पहुंची। गिरफ्तारी के दौरान ठगों ने खूब हंगामा किया।आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद रेंज आईजी दीपक झा ने नगद इनाम की घोषणा की।
दिनांक 20.04.25 को पत्थलगांव निवासी अमित कुमार अग्रवाल ने थाना पत्थलगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि उसके साथ राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन नई दिल्ली की डायरेक्टर अनीता उपाध्याय व उनके साथी सौरभ सिंह, रत्नाकर उपाध्याय, व प्रांशु अग्रवाल के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन के नाम से स्वेटर सप्लाई करने हेतु 5 करोड़ 70 लाख रु की ठगी की गई है।रिपोर्ट पर थाना पत्थलगांव में बी एन एस की धारा 316(2)(5),318(4),336(1)(3),338,340(2),341(1),346 व 61(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के द्वारा, एस डी ओ पी पत्थलगांव धुर्वेश कुमार जायसवाल के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु दिल्ली रवाना की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर के द्वारा पुलिस टीम की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी।
तकनीक में माहिर, लेकिन पुलिस की चाल में फंसे
आरोपी इतने शातिर थे कि आपस में केवल वाई-फाई के जरिए व्हाट्सएप कॉल से संपर्क करते थे और मोबाइल फोन ज्यादातर बंद रखते थे, जिससे उनका पता लगाना मुश्किल हो रहा था। इसी दौरान ट्रस्टी अनीता उपाध्याय का एक मोबाइल नंबर कुछ देर के लिए एक्टिव हुआ, जिससे वह अपने “कस्टमर” से बात कर रही थी।पुलिस ने अनीता से संपर्क कर खुद को मंत्रालय का अधिकारी बताते हुए 1,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर का लालच दिया और होटल ताज, चाणक्यपुरी (दिल्ली) में मीटिंग के लिए बुलाया। शुरू में अनीता मीटिंग से बचती रही, लेकिन दो दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे विश्वास में लिया।ताकि अनीता को शक न हो, पुलिस ने एक सादी वर्दी में अधिकारी को मंत्रालय का प्रतिनिधि बनाकर और एक स्थानीय मॉडल को असिस्टेंट बताकर होटल ताज भेजा। दोनों ने अनीता को यह यकीन दिला दिया कि वे मंत्रालय से हैं और बड़े ऑर्डर दिला सकते हैं, बशर्ते वह रत्नाकर उपाध्याय से मीटिंग करवाए।
पुलिस की तकनीकी टीम ने ऐसे पकड़ा मास्टरमाइंड
अनीता द्वारा कॉल किए गए गोपनीय नंबर को ट्रेस कर पुलिस ने मास्टरमाइंड रत्नाकर उपाध्याय की लोकेशन पकड़ ली। लेकिन रत्नाकर लगातार टैक्सी से जगह बदलते हुए पुलिस को चकमा दे रहा था। अंततः पुलिस ने सागरपुर के एक मेडिकल स्टोर के पास उसे पकड़ने में सफलता पाई।
अपहरण हुआ है’ कहकर किया शोर
पुलिस के पकड़ते ही रत्नाकर ने चिल्लाकर “मेरा अपहरण किया जा रहा है!” कहकर लोगों को जुटा लिया। स्थिति को संभालते हुए एसडीओपी पत्थलगांव धुर्वेश कुमार जायसवाल ने रत्नाकर को काबू में रखा और दिल्ली पुलिस को मौके पर बुलाया। इस दौरान रत्नाकर व उसकी पत्नी ने एसडीओपी पर हाथापाई भी की।
होटल ताज से अनीता उपाध्याय को हिरासत में लिया गया, और दिल्ली से सभी आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर जशपुर लाया गया है।
सिक्योरिटी मनी और फर्जी चेक के नाम पर करोड़ों की वसूली
साल 2021 में लखनऊ से रजिस्टर्ड इस संस्था को गरीब बच्चों को शिक्षण सामग्री देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, लेकिन बाद में इसका उपयोग व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से धोखाधड़ी के लिए किया गया। वर्ष 2023 में रत्नाकर उपाध्याय ने डायरेक्टर पद से इस्तीफा देकर अपनी पत्नी को डायरेक्टर बनाया, ताकि शिकायत आने पर जिम्मेदारी एक-दूसरे पर टाली जा सके।आरोपियों ने पत्थलगांव के व्यापारी अमित अग्रवाल समेत कई व्यवसायियों से माल सप्लाई के बदले सिक्योरिटी मनी, प्रोसेसिंग चार्ज और नकद रूप से करोड़ों की वसूली की। केवल अमित अग्रवाल और अन्य दो संस्थाओं से ही करीब 17.10 करोड़ रुपये का माल लेकर फर्जी चेक दिए गए।वेंडर्स को लुभाने के लिए संस्था की बुकलेट में 600 करोड़ रुपये का फर्जी टर्नओवर दर्शाया गया, जबकि जांच में सामने आया कि पिछले दो वर्षों में CSR फंड से केवल 140 करोड़ ही मिले थे।
अवैध कमाई से बनाई अकूत संपत्ति,देशभर में दर्ज हैं 12 से अधिक मामले
मुख्य आरोपी रत्नाकर उपाध्याय के पास लखनऊ में 24 फ्लैट, दिल्ली में 2 फ्लैट और करीब 2.5 करोड़ की लग्जरी गाड़ी पाई गई है। पुलिस इन संपत्तियों की जांच कर रही है, जिससे आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।रत्नाकर और उसके गिरोह के खिलाफ उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में 420 के तहत दर्जनों मामले दर्ज हैं।पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और गिरोह की सभी आर्थिक गतिविधियों की जांच की जा रही है।
संपूर्ण कार्रवाई में एस डी ओ पी पत्थलगांव धुर्वेश कुमार जायसवाल, थाना प्रभारी पत्थलगांव निरीक्षक विनीत कुमार पांडे, निरीक्षक अमित कुमार तिवारी, सहायक उप निरीक्षक लखेश साहू, खिरोवती बेहरा, प्रधान आरक्षक अनंत मिराज, आरक्षक आशीषन टोप्पो, मारियानुस एक्का, महिला आरक्षक रिम्पा पैंकरा के महत्वपूर्ण भूमिका रही है।