सूरजपुर: राष्ट्रीय गणित दिवस 2025 के अवसर पर शासकीय रेवती रमण मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सूरजपुर में 16, 17, 19 एवं 22 दिसंबर को थीम पर आधारित चार दिवसीय शैक्षणिक एवं रचनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान परिषद रायपुर,राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान परिषद, डी. एस.टी.,भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के गणित में दिए अद्वितीय योगदान को स्मरण करने तथा  विद्यार्थियों में गणित विषय के प्रति रुचि जागृत करना, उनकी तार्किक एवं विश्लेषणात्मक सोच को विकसित करना तथा गणित को कला और रचनात्मक अभिव्यक्ति से जोड़कर सरल एवं रोचक रूप में प्रस्तुत करना रहा। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एच. एन. दुबे के मार्गदर्शन एवं संरक्षण में किया गया। उद्घाटन अवसर पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. दुबे ने कहा कि गणित केवल संख्याओं और सूत्रों तक सीमित विषय नहीं है, बल्कि यह जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में निर्णय क्षमता, अनुशासन और समस्या समाधान की नींव रखता है। ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में नवाचार, कल्पनाशीलता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करते हैं।कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता उज्ज्वल विशाल ने मैथेमेटिक्स, आर्ट एंड क्रिएटिविटी विषय पर प्रभावशाली व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने गणित और कला के अंतर्संबंधों को उदाहरणों के माध्यम से स्पष्ट करते हुए बताया कि गणितीय संरचनाएँ किस प्रकार चित्रकला, वास्तुकला, संगीत एवं डिज़ाइन में सौंदर्य और संतुलन उत्पन्न करती हैं। उनके प्रेरणादायक वक्तव्य से विद्यार्थियों में विषय के प्रति नई दृष्टि विकसित हुई।चार दिवसीय आयोजन के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए गणितीय मॉडल एवं पोस्टर प्रदर्शनी, गणित क्विज, भाषण प्रतियोगिता, गणितीय पहेलियाँ तथा विशेष व्याख्यान सत्र आयोजित किए गए। इन गतिविधियों में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपनी सृजनात्मक एवं बौद्धिक क्षमताओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। गणितीय रंगोली एवं मॉडल प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। कार्यक्रम के सफल संचालन एवं समन्वय  टी. आर. राहंगडाले  की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस अवसर पर गणित के सहायक प्राध्यापक दीपचंद एक्का एवं भौतिकी के सहायक प्राध्यापक अनिल कुमार चक्रधारी सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण ने सक्रिय सहभागिता निभाई और विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में अतिथि प्राध्यापक, अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। समापन दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। आयोजन ने विद्यार्थियों में गणित के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के साथ-साथ रचनात्मकता एवं नवाचार को भी नई दिशा प्रदान की।

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