

जगदलपुर: बस्तर जिले के वन क्षेत्रों में बढ़ती अवैध वृक्ष कटाई, वन भूमि अतिक्रमण, मानव–वन्यजीव संघर्ष और आदिवासी समुदायों से जुड़ी समस्याओं को लेकर युवा कांग्रेस बस्तर ने बुधवार को वन मंडल अधिकारी (DFO) बस्तर को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन युवा कांग्रेस के आदिवासी नेता हेमंत कश्यप के नेतृत्व में दिया गया।

ज्ञापन में बताया गया कि जिले के कई वन क्षेत्रों में अवैध लकड़ी कटाई और तस्करी के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। कई गांवों में वन भूमि पर अतिक्रमण, सीमांकन में अनियमितताएं और वनकर्मियों की कमी के कारण नियमित गश्त नहीं हो पा रही है, जिससे वन संरक्षण कार्य गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है।
युवा कांग्रेस नेता हेमंत कश्यप ने कहा कि मानव–वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे किसानों की फसलें नष्ट हो रही हैं और मवेशियों पर हमले हो रहे हैं। इसके बावजूद प्रभावित ग्रामीणों को समय पर मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। साथ ही वनाधिकार कानून (FRA) के तहत व्यक्तिगत और सामुदायिक पट्टों की स्वीकृति में अनावश्यक देरी की जा रही है।ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि तेंदूपत्ता, महुआ, चार, सालबीज सहित अन्य वनोपज संग्राहकों को उचित मूल्य और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दी जाए। इसके अलावा वन ग्रामों में सड़क, पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं शीघ्र उपलब्ध कराई जाएं।
युवा कांग्रेस बस्तर ने वन विभाग से अवैध कटाई पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाने, सभी बीटों में वन रक्षकों की तैनाती सुनिश्चित करने, अतिक्रमित वन भूमि का सर्वे कर कार्रवाई करने तथा वन संरक्षण, आग नियंत्रण और जागरूकता कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित करने की मांग की।ज्ञापन प्राप्त करते हुए वनमंडल अधिकारी के प्रतिनिधि रेंजर रजक ने समस्याओं पर शीघ्र उचित निर्णय लेकर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं युवा कांग्रेस बस्तर ने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर जल्द ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो संगठन चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
इस दौरान हेमंत कश्यप सहित विजय भारती, एकादशी बघेल, महादेव, अभिषेक, कृष्णा, गौतम, ओमप्रकाश, सुखचंद और गीतू भागीरथी उपस्थित रहे।






















